महासमुन्द
लोगों के साथ हाथियों की सुरक्षा को लेकर वनरक्षक कार्यशाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 सितम्बर। जिले में हाल ही में हाथियों के आतंक के बीच लोगों के साथ हाथियों की सुरक्षा को लेकर मंगलवार को वन विभाग द्वारा एक दिवसीय वनरक्षक कार्यशाला का आयोजन किया गया। महासमुंद वनमंडल के तहत महासमुंद वन परिक्षेत्र व बागबाहरा वन परिक्षेत्र के अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस व हाथी प्रभावित कॉरीडोर क्षेत्र के गज मित्र सदस्य शामिल हुए। कार्यशाला वन विभाग के स्कूल में आयोजित किया गया, जहां हाथी.मानव द्वंद पर एक्सपट्र्स ने विचार रखे
डीएफ ओ पंकज राजपूत ने बताया कि मदमस्त हाथी के रास्ते पर कोई भी आ जाए वो इतना उत्तेजित व अहंकारी हो जाता है कि रास्ते में आने वाले छोटे.मोटे वृक्षों को भी उखाडक़र फेक देता है। इसके कारण कुछ जनहानि की भी संभावना बढ़ जाती है। इसी तरह टस्कर हाथियों का समूह अकेली मादा हाथी व बच्चे वाली मादा हाथी से भी खतरा रहता है। हाथियों में सूंघने की शक्ति तीव्र होती है। उनका प्रिय भोजन महुआ होता है। महुआ व महुआ से बने शराब की सुगंध हाथी कोसो दूर से सूंघ लेता है, जिसके कारण महुआ रखे हुए मकानों को भी तोड़ देते हैं। महुआ शराब सेवन किए हुए व्यक्ति तक इसकी सुगंध के कारण पहुंच जाता है, जो जनहानि का कारण बनता है।
इस दौरान वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत ने बताया कि जिन क्षेत्रों में वर्तमान में हाथी के उपस्थिति देखी जा रही है। इन हाथियों के पूर्वजों का 100 साल पहले से ही रहवास रहा है। हाथियों की स्मरण शक्ति और सुधने की शक्ति बहुत ही प्रबल होती है। इनका परिवार का मुखिया मादा हाथी होती है और 10 से 12 साल के युवा नर शावक को मादा हाथी अपने दल से खदेड़ कर बाहर कर देती है। इस तरह नर हाथियों का एक अलग झुंड बन जाता जिसमें कुछ नर हाथी प्रजनन क्रिया के लिए मदमस्त हो जाते हैं और यही हाथी अकेला भटकते हुए मादा हाथियों के पास जाने का प्रयास करता है।
एक्सपट्र्स ने बताया कि गांव के आस.पास हाथी आने की सूचना पर घर के सामने आग जलाकर रखना चाहिए। हाथियों को गुलेल, तीर या अन्य साधनों से कभी नहीं मारना चाहिए अन्यथा हाथी में बदला लेने की प्रबल संभावना होती है। महुआ हठीया शराब न बनाए ना पिएं और ना ही घर में रखें। अनावश्यक पटाखों का प्रयोग ना करें पटाखा व भीड़.भाड़ और चिल्लाने से हाथी उत्तेजित हो जाते हैं। लाल चटकदार कपड़ा पहनकर हाथी वाले क्षेत्र में ना जाएं हाथियों के लिए दिन का समय आराम का होता है। हाथी के आचानक पास आ जाने पर बचने के लिए कोई भी कपड़ा, साल, धोती, फंगल, लुंगी साड़ी उसकी तरफ फेंक दें तो बचने की संभावना जादा रहती है।