महासमुन्द
फर्नीचर व मैन पॉवर की कमी दूर करने स्वशासी समिति गठित, क्लास शुरु कराने की तैयारी तेज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 सितम्बर। महासमुंद शासकीय मेडिकल कॉलेज को सप्ताहभर में मान्यता मिल सकती है। छत्तीसगढ़ में शुरू होने वाले तीन नए मेडिकल कॉलेज में महामसुंद मेडिकल कॉलेज की स्थिति सबसे मजबूत बताई जा रही है। यही कारण है कि मान्यता मिलते ही कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया और क्लासेस शुरू करने को लेकर तैयारियां की जा रही है। इसे लेकर शनिवार को करीब चार घंटे तक निरीक्षण और बैठकों का दौर चला। डीएमई और डीन को महासमुंद मेडिकल कॉलेज को 7 दिनों के अंदर एनएमसी से मान्यता पत्र प्राप्त होने की उम्मीद है। महासमुंद के साथ-साथ कोरबा औऱ कांकेर को भी मान्यता मिलने की पूरी संभावनाएं हैं।
दरअसल, मेडिकल कॉलेज के लिए जरूरी कार्यों व एनएमसी की इंस्पेक्शन में पाई गई कमियों को दूर करने के लिए शनिवार को डॉयरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन डॉ.विष्णु दत्त महासमुंद पहुंचे थे।
यहां उन्होंने कॉलेज संबद्ध जिला अस्पताल की सुविधाओं और कॉलेज कैंपस में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। साथ ही जरूरी बिंदुओं पर निर्देश भी दिए। करीब ढाई घंटे तक डीएमई ने अस्पताल व कॉलेज परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया। इसके बाद बैठक की गई।
डीएमई ने अपने दौरे में पाया कि यहां छोटी-छोटी कमियां हैं। इसमें फर्नीचर एक है, जिसे स्थानीय स्तर पर व स्वशासी समिति के माध्यम से दूर किया जा सकता है। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि अपने फंड से भी दूर कर सकते हैं। वर्तमान में ओपीडी काउंटर व अन्य चीजें डिजिटलाइज्ड नहीं हैं। इन्हें भी दूर करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि व डीएमएफ फंड व अन्य फंडों के माध्यम से दूर किया जा सकता है।
डीएमई ने कहा कि यह चिकित्सालय परिसर जिला अस्पताल के अनुसार तैयार है, जिसे मेडिकल कॉलेज के लिए कुछ हिस्सों में रीमॉडलिंग या रीकंस्ट्रक्शन किया जा सकता है। इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। मैनपॉवर की अभी कमी है, जिसके लिए आउटसोर्स व संविदा के माध्यम से भर्ती की जा सकती है। इसके लिए स्वशासी समिति को पूरा अधिकारी है कि मैनपावर के लिए सैलरी स्ट्रक्चर भी तय कर सकती है। भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है।
डीन से मिली जानकारी के लिए भर्तियों के लिए भी प्रशासकीय स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, जिसके मिलने के बाद भर्तियां तत्काल शुरू हो जाएंगी। जानकारी के अनुसार एनएमसी द्वारा मान्यता प्रदान करने के बाद भी कमियों को दूर करने के लिए समय दिया जाता है। यह समय इंस्पेक्शन के दौरान पाए गए कमियों को ध्यान में रखकर दिया जाता है, जिसे जल्द और आसानी दूर किया जा सकता है। इसी माह 12 सितंबर को नीट की परीक्षा की गई थी।
डीएमई ने बताया कि स्वशासी समिति पंजीयक कार्यालय में रजिस्टर्ड हो गई है। इसके अध्यक्ष स्वास्थ्य मंत्री होंगे और सचिव डीन होंगे। साथ ही इस समिति में स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर के साथ अन्य अधिकारी भी शामिल होंगे। यह सप्ताह भर के भीतर एक्टिव होंगे और तत्काल निर्णय लेते हुए यहां काम शुरू कर देंगे।