रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 19 सितंबर। रायगढ़ पूर्वी अंचल के एक किसान का बेटा अब अधिकारी बनेगा। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में साक्षात्कार पश्चात 43वां रंैक हासिल हुआ है। खबर सुनकर गांव में साथियों व पड़ोसियों में खुशी का माहौल है, वहीं देर रात मिठाई बांटी गई।
ग्राम महापल्ली के गौंटिया परिवार में जन्मे प्रदीप कुमार गुप्ता के पिता कृष्णलाल गुप्ता व माता ललिता गुप्ता एक मध्यम वर्गीय परिवार से है। तीन भाई और एक बहन में से प्रदीप सबसे छोटा है। प्रदीप बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि सम्पन्न रहा है। प्रदीप की प्रारंभिक शिक्षा ग्राम बनोरा स्थित अघोरेश्वर भगवान राम बाल विद्या मंदिर में हुई। घरेलू आर्थिक परिस्थिति आड़े आने के कारण शिक्षा ऋ ण लेकर बी. ई. मेकेनिकल की पढ़ाई ओपीजे आईटी रायगढ़ में किया तथा इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद अंगुल ओडिशा स्थित जिंदल प्लांट में ही असिस्टेंट मैनेजर के पद पर 5 वर्ष तक जॉब किया, जहां से त्यागपत्र देकर बिलासपुर में पीएससी कोचिंग की तैयारी के लिए आ गया। प्रथम प्रयास में ही वाणिज्यकर निरीक्षक के पद पर जगदलपुर में पोस्टिंग हो गई। जहां सेवाएं देने के साथ साथ पी एस सी की तैयारी करने लगा और अब दूसरे प्रयास में 43वें रैंक हासिल कर लिया है।
प्रदीप का कहना है कि 2020 मुख्य परीक्षा दे चुका हूं अभी जो भी पद मिले मुझे अगली परीक्षा की तैयारी में सहूलियत हो और मेरा उद्देश्य डिप्टी कलेक्टर रैंक लेने का है और इसी की तैयारी में लगा हुआ हूं। प्रदीप गुप्ता अपनी सफलता के पीछे अघोरेश्वर प्रियदर्शी बाबा राम का आशीर्वाद और माता-पिता को देते हैं। प्रदीप गुप्ता के 43वे रैंक प्राप्ति की सूचना के बाद अब बधाई का तांता लग गया है। जिला पंचायत सदस्य संगीता गुप्ता ने इसे पूर्वान्चल का गौरव ही नहीं जिले का गौरव बताया और प्रदीप के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।