सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 19 सितंबर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने बलरामपुर जि़ले के रामचंद्रपुर ब्लॉक में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र व विशेष संरक्षित पण्डो जनजाति के साथ हो रहे अन्याय को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है।
श्री सिंहदेव ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि प्रदेश सरकार पण्डो जनजाति के संरक्षण के प्रति तो दुर्लक्ष्य कर ही रही है, अब प्रदेश सरकार और सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक संरक्षण में फल-फूल रहे रेत माफिय़ाओं के कारण पण्डो जनजाति के लोगों की जान साँसत में पड़ गई है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने रामचंद्रपुर ब्लॉक के गांजर ग्राम की एक चार वर्षीय बच्ची की मौत का जि़क्र करते हुए कहा कि उस बच्ची को रेत माफिय़ाओं के मनमाने रवैए और प्रशासिनक उदासीनता के चलते अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। रेत माफिय़ा के ओवरलोड ट्रकों ने सडक़ की ऐसी दुर्दशा कर दी है कि उक्त बीमार बच्ची को महज़ 22 किमी दूर स्थित अस्पताल पहुँचाने में एम्बुलेंस को आधा घंटे के बजाय डेढ़ घंटे का समय लगा, क्योंकि उक्त एम्बुलेंस जर्जर सडक़ के कारण ट्रकों के बीच फँस गई थी और समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाने के कारण उस बच्ची के जीवन की रक्षा नहीं की जा सकी।
श्री सिंहदेव ने कहा कि रामचंद्रपुर ब्लॉक में रेत माफिय़ा ने नदियों से रेत खनन का काम भरी बरसात के मौसम में पूरे समय बेधडक़ किया और इसी सडक़ से ओवरलोड ट्रकों के ज़रिए उक्त रेत का परिवहन किए जाने के कारण इस सडक़ की ऐसी दुर्दशा हो गई है। श्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं और क्षेत्रीय विधायक का राजनीतिक संरक्षण हासिल होने के कारण रेत माफिय़ा पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि रेत माफिय़ा के ओवरलोड ट्रकों के चलते 48 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस सडक़ की दुर्दशा के बारे में खनिज विभाग और प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराए जाने के बाद भी उक्त रेत माफिय़ा और ओवरलोड ट्रकों पर कार्रवाई करने के बजाय उल्टे रेत के इस गोरखधंधे का विरोध करने वालों के खि़लाफ़ ही पुलिस में शिकायत दजऱ् कराई जा रही है। सडक़ की इस दुर्दशा के कारण आसपास की लगभग 20 पंचायतों बाशिंदों को रामानुजगंज आने-जाने के लिए अपनी जान ज़ोखि़म में डालनी पड़ रही है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश सरकार पण्डो जनजाति के प्रति दुर्भावना और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर रही है। चार माह में इस विशेष संरक्षित जनजाति के 20 लोगों की मौत हो जाती है, इसी ब्लॉक में इसी जनजाति की एक प्रसूता महिला के साथ छुआछूत दिखाकर दुव्र्यवहार करके अस्पताल से भगा दिया जाता है, लेकिन प्रदेश सरकार को इस बात का जऱा भी मलाल नहीं है और वह सत्ता-संघर्ष के खेल में मशगूल होकर सत्तालोलुपता का शर्मनाक प्रदर्शन कर रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की उदासीनता पर भी कटाक्ष किया और कहा कि सरगुजा संभाग से राजनीति करने के बावज़ूद मंत्री सिंहदेव भी पण्डो जनजाति के साथ हो रहे अन्याय की लगातार सामने आ रही घटनाओं को लेकर क़तई गंभीर नहीं हैं।