कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 20 सितंबर। आज सर्व आदिवासी समाज ने अपनी 22 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व में की गई घोषणा के अनुरूप आज महाबंद किया। इस महाबंद के चलते नेशनल हाइवे-30 पांच घंटे से अधिक समय तक बंद रहा। मांगों को लेकर आदिवासी समाज सडक़ पर आ गया और माकड़ी में नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया गया। साथ ही क्षेत्र की सभी दुकानें भी पूरी तरह से बंद रही।
शहर के मुख्य मार्ग सहित सभी चौक चौराहों में सर्व आदिवासी समाज के आह्वान पर ट्रकों, मोटरसायकिल व अन्य वाहनों को लगाकर बैरियर बना दिया गया। पूरी तरह रास्ता बंद कर दिया गया। दो पहिया वाहनों को भी निकलने नहीं दिया गया, केवल एंबुलेंस सहित अन्य आवश्यक कार्यों के लिए जाने की अनुमति दी गई।
इसके पूर्व अपनी संवैधानिक अधिकारों को लेकर सर्व आदिवासी समाज द्वारा लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है।
आज के बंद के दरम्यान जिला मुख्यालय का कांकेर शहर, कस्बे पूरी तरह बंद थे। केवल मेडिकल दुकानों और पेट्रोल पंप को बंद से छूट दी गई थी।
विगत दिनों इसके लिए आदिवासी समाज के लोगों ने आर्थिक नाकेबंदी भी की थी। इस बीच शासन द्वारा बातचीत के संकेत मिलने के बाद आर्थिक नाकेबंदी को रद्द कर दिया गया था। सर्व आदिवासी समाज के द्वारा की जा रही मांगों में प्रमुख रूप से संवैधानिक अधिकार हेतु पांचवीं अनुसूचि लागू करना, पेसा कानून लागू करना, बस्तर के सिलगेर कांड की निष्पक्ष जांच, आदिवासियों की जमीन भू राजस्वधारा 170 ख के तहत जमीन हस्तांतरण बन्द करना, बस्तर में आदिवासी को फर्जी नक्सली बताकर एनकाउंटर बंद करने आदि को लेकर आज महाबंद किया गया ।