दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 सितंबर। जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन सोमवार को खालसा पब्लिक स्कूल में किया गया। मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार के तहत 3 शिक्षकों को ज्ञानदीप तथा 9 सहायक शिक्षकों को शिक्षादूत सम्मान से अलंकृत किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारी प्रयोग के चलते इन 12 शिक्षकों को शाल, श्रीफल, मोमेन्टो, प्रशस्ति पत्र व नगद राशि भेंटकर सम्मानित किया। इसके अलावा जिले के प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षक, प्रोग्रामर, सीएसी व लिपिक को भी सम्मानित किया गया। कोरोना काल में बच्चों को ऑनलाइन/ऑफलाइन शिक्षा देने में इनकी सराहनीय भूमिका रही।
जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में शिक्षकों ने विपरीत परिस्थितियों में शैक्षणिक गतिविधियों का बेहतर ढंग से निष्पादन किया। उन्होंने कहा कि सम्मान पाने वाले शिक्षकों की जिम्मेदारी अब पहले से ज्यादा बढ़ गई है। उन्हें अन्य शिक्षकों को भी बेहतर कार्य के लिए प्रेरित करना होगा। सहायक संचालक डॉ. बी. रघु ने कहा कि शिक्षा के सर्वांगीण विकास में शिक्षक व समाज की महत्वपूर्ण भागीदारी होती है। विभाग के अलावा शिक्षकों को समाज में भी खरा उतरना होगा। तभी शिक्षकों की सामाजिक प्रतिष्ठा बरकरार रहेगी। समारोह में बीईओ डॉ. राव व एके खरे, सहायक सांख्यिकी अधिकारी अमित घोष, सहायक योजना अधिकारी राजेश ओझा, एमआईएस प्रशासक संजय वर्मा सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सहायक संचालक पुष्पा पुरूषोत्तमन ने किया।
जिले के 9 सहायक शिक्षकों को शिक्षादूत सम्मान से नवाजा गया। इनमें सपना यदु कोलिहापुरी, सुमन प्रधान धनोरा, निधि जैन महमरा, मदन लाल साहू कुम्हारी, चित्रेण कुमार पटेल परसकोल, नंदिनी देशमुख हिर्री, जितेन्द्र कुमार कश्यप सिकोला, सुनील कुमार छेदैया सावनी व निरंजन साहू मोतीपुर शामिल हैं। ज्ञानदीप पुरस्कार से 3 शिक्षकों को नवाजा गया। इनमें कु। के। शारदा खेदामारा, खेमलता गोस्वामी मचांदूर तथा मोहित कुमार शर्मा परसदा शामिल हैं।