बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 22 सितंबर। कसडोल क्षेत्र के वनग्रामों तथा सटे राजस्व ग्रामों में हाथियों का दहशत ब्याप्त है। भारी संख्या में मौजूद कोठारी के जंगल में 3-4 साल से स्थाई निवास बना लिया हाथी अब फसलों के साथ साथ गांव में घुसकर घरों को भी निशाना बना रहा है । ऐसे ही मामला बार नवापारा अभ्यारण्य परिक्षेत्र के ग्राम दलदली का सांमनें आया है । जिसमें हाथियों के दल नें गांव में घुसकर नरेंद्र प्रधान नामक कृषक के घर में रात को बेरहमी से तोडफ़ोड़ कर गांव के फसल को भी नुकसान पहुंचाया है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार घटना रविवार 19 सितम्बर के रात की है । जिसमें हाथियों का एक दल गांव में घुस आया और नरेंद्र प्रधान के घर में तोडफ़ोड़ करनें लगा। बताया गया है कि हाथियों के दस्तक की भनक लगते ही परिवार दुबककर जान बचाने में सफल रहा । हाथियों के आने की खबर ग्रामीणों को भी हो गई थी । जिससे लोग जानमाल की आशंका से सहमे हुए थे । अंत में मकान में तोडफ़ोड़ कर गांव के खेतों को रौंदते हुए देर रात जंगल की ओर प्रस्थान कर गया।
घटना की सूचना पीडि़त नरेंद्र प्रधान सहित ग्रामीणों ने वन कर्मचारियों के माध्यम परिक्षेत्र अधिकारी कृषाणु चंद्राकर को दी गई । जो विभागीय कर्मचारियों के साथ गांव पहुंचे तथा नुकसानी का जायजा लेकर मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है ।परिक्षेत्र अधिकारी बार चंद्राकर नें बताया कि अभी फसल पकने में देरी है । इसीलिए गांव के घरों में धान की अथवा अन्य खानें की चीजों की तलाश में घुस रहा है।
इधर परिक्षेत्र अधिकारी अभ्यारण्य वन परिक्षेत्र कोठारी पवन सिन्हा ने जंगल में 18 हाथियों के होनें की पुष्टि की है । बताया गया है कि हाथियों का दल अब टुकड़ों में विचरण कर गांव के समीप धान फसलों को खानें पहुंच रहा है ।
कसडोल विकास खण्ड का आधा से ज्यादा भूभाग जंगल से घिरा हुआ है । हाथियों का दल कोठारी के जंगल को अपना स्थाई आवास बना लिया है । जहां से टुकड़ों में विभक्त सटे जंगलों से होकर लवन देवपुर अर्जुनी सोनाखान वन विकास परिक्षेत्र रवान के ग्रामों में पहुंच रहा है। वह विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि हाथियों का दल कहीं भी क़भी भी गांव अथवा फसलों को नुकसान करने पहुंच रहा है ।सावधानी तथा सतर्कता ही जरूरी है ।
गौर तलब हो कि महासमुंद वन मण्डल के परिक्षेत्रों में अब तक हाथियों नें 27 लोगों की जान चली गई है । बलौदाबाजार वन मण्डल में भी की ग्रामों में भारी नुकसान पहुंचाया है ।