महासमुन्द
किसान नेताओं ने संयुक्त रूप से पत्रकारवार्ता में दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 सितम्बर। कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में जारी आंदोलन को छत्तीसगढ़ के किसानों का समर्थन मिल रहा है। इसे समर्थन देने के लिए छत्तीसगढ़ में महापंचायत के आयोजन की तैयारी है। केंद्र सरकार के तीन काले कृषि कानून को रद्द करने की मांगों को लेकर 28 सितंबर को कृषि उपज मंडी प्रांगण राजिम में एक दिवसीय किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस महापंचायत में करीब 40 से 50 हजार किसान जुटेंगे और संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के नेता इसमें शिरकत करेंगे। उक्त जानकारी आंदोलन समिति के सदस्य जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, संयोजक तेजराम विद्रोही, मदनलाल साहू, गोविन्द चन्द्राकर व पंकज चन्द्राकर ने संयुक्त रूप से बुधवार को स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान दी।
इन किसान नेताओं ने बताया कि भगत सिंह की 125वीं जयंती और छत्तीसगढ़ के महान मजदूर नेता कॉमरेड शंकर गुहा नियोगी की 31वीं शहादत दिवस पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न किसान, मजदूर और नागरिक संगठनों के समन्वय से बनी छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के नेतृत्व महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसमें करीब 28 संगठनों के किसान हिस्सा लेंगे।
आंदोलन के प्रमुख वक्ता के रूप में संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत, डॉ. दर्शनपाल सिंह, योगेन्द्र यादव, मेधा पाटकर, डॉ. सुनीलम, डॉ. देवेन्दर शर्मा, बलवीर सिंह राजेवाल, बलदेव सिंह सिरसा, सत्यवान शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान को सफल बनाने की भी अपील की है।