कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 सितंबर। बंजर पड़ी भूमि पर अब हरे भरे पेड़ लहलहाने लगे है, यहां ना सिर्फ साल, पीपल, सीसम सहित कई प्रजाति के हजारों पौधे लगाए गए है, बल्कि औषधी पौधों को भी लगाकर कई विभागों को जोड़ा गया है।
कलेक्टर श्याम धावड़े ने बैकुंठपुर के आनी ग्राम पंचायत से लगी गई 60 एकड़ बंजर भूमि को उपजाउ और हरा भरा करने की योजना बनाई जिसके बेहतर परिणाम सामने आने लगे है। पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखकर किया गया उनका यह प्रयास रंग लाता दिख रहा है।
कलेक्टर श्याम धावड़े ने ग्राम पंचायत आनी से लगे बंजर पहाड़ों पर वृहद पौधारोपण कर 60 एकड़ से ज्यादा के क्षेत्र को हराभरा बना दिया है। दरअसल, बैकुंठपुर से लगे एनएच बायपास के आसपास बड़़े बड़े बंजर पहाड़ नजर आया करते थे, यहां की भूमि राजस्व के अंतर्गत आती थी। इन पहाड़ों में बड़ी बड़ी चट्टानें थी, और भूमि एकदम पथरीली हुआ करती थी। जिनके आसपास एक्का दुक्का ही बड़े पेड़ नजर आते थे, शहर से कुछ दूरी पर स्थित यह क्षेत्र पूरी तरह से बंजर और विरान था।
कलेक्टर श्री धावड़े ने इस क्षेत्र का चयन मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के लिए किया। उन्होंने सभी विभागों को पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन का ध्यान रखते हुए इसकी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा और उन्हें उक्त बंजर क्षेत्र को अलग अलग विभाग को बांट दिया। जिसके बाद अब आने वाले समय के लिए एनएच सडक़ के किनारें बेहद हराभरा उद्यान के रूप में विकसित होने लगा है। इसके लिए कलेक्टर ने पूरे क्षेत्र को फेंसिग तार का घेरावा करवा दिया है, जिससे कोई मवेशी इसके अंदर जाकर पौधों को नुकसान न कर सके।
10 एकड़ में कई प्रजाति के पेड़
कोरिया वन मंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा के नेतृत्व में 30 प्रकार की प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया है। काम देख रहे छतरपाल ने बताया कि सागौन, खम्हार, आंवला, पीपल, बरगद, सीसम, नीलगिरी, साल, दहिमन, साजा, हर्रा, बहेरा, कुलू, खैर, जामुन, रोहिना, डूमर, नीम, करंज, सिरस के साथ कई प्रजातियों के पौधे अब बढऩे लगे हैं। इसके लिए वन विभाग को कलेक्टर श्याम धावड़े ने 10 एकड़ भूमि दी गई, भूमि पूरी तरह से उबड़ खाबड़ और पथरीली थी, परन्तु अब कुछ स्थान पर बड़ी बड़ी चट्टानें बची है। 10 एकड़ भूमि पर अब हरे हरे लहलहा रहे हैं। परिक्षेत्राधिकारी श्री मिश्रा ने बताया कि इस कार्य में वन प्रबंधन समितियों की बड़ी भूमिका रही है।
कृषि विज्ञान केन्द्र की भी भूमिका
कलेक्टर के इस प्रोजेक्ट में कृषि विज्ञान केन्द्र ने लेमन नेपिसर घास की खेती की है। वहीं लगभग 50 प्रकार के औषधीय पौधों का रोपण किया है। इस कार्य मे लगे कृषि विभाग प्रभारी रणजीत सिंह राजपूत की माने तो कोरिया में हर तरह के पौधों के रोपण में केवीके ने सफलता पाई है, इस बंजर भूमि पर कलेक्टर महोदय के निर्देश पर काफी तादात में हमने नेपियर और लेमन ग्रास की खेती की है, जिसके अच्छे परिणाम दिख रहे है। इसके अलावा 50 प्रकार के औषधीय पौधों को भी लगाया गया है। इसके अतिरिक्त आनी स्थित इस बंजर भूमि पर उद्यान और कृषि विभाग ने भी काफी मात्रा में पौधा रोपण किया है। कुछ एकड़ भूमि में कई तरह के फूलों की खेती भी की गई है।
लगातार मानिटरिंग और बारिश
कलेक्टर श्याम धावड़े के साथ जिला पंचायत सीईओ कृणाल दुदावत इस बंजर क्षेत्र को एक बार भी हराभरा करने लगातार यहां दौरा करते है, हर सप्ताह दोनों यहां पहुंचकर पौधों की स्थिति और विभागों के काम की समीक्षा करते है। उनके दौरे को देखते हुए अन्य विभाग भी पौधों पर विशेष ध्यान रखते है, दूसरी और जुलाई में शुरू किए इस पौधारोपण के बाद जिले में अच्छी बारिश होती रही, जिससे लगाए गए पौधे अब पूरी तरह से जमीन पर निर्भर होकर लग गए। इस पूरे क्षेत्र में लगाए गए पौधों को बारिश के पानी से काफी लाभ पहुंचा है।