राजनांदगांव
रामगढ़-राजाडेरा के जंगल में पहुंचे हाथी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 सितंबर। मानपुर-मोहला वन परिक्षेत्र में पिछले 5 दिनों से चहल-कदमी कर रहा हाथियों का दल अब महाराष्ट्र में पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि रविवार को हाथियों को रामगढ़-राजाडेरा के जंगल में देखा गया है। बताया जा रहा है कि मोहला के कनेरी, कंदाड़ी के रास्ते हाथी घने जंगल से आगे बढ़ रहे हैं। राजाडेरा और रामगढ़ गढ़चिरौली के सरहद से सटा हुआ है।
गढ़चिरौली का टीपागढ़ इलाका हाथियों की मौजूदगी वाले से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि हाथियों की निगरानी के लिए वन महकमे का अलग-अलग दस्ता तैनात है। इस बीच दुर्ग सीसीएफ शालिनी रैना ने शनिवार को हाथियों के चहल-कदमी गांवों का रूख किया। उन्होंने कनेली और दूसरे गांव में पहुंचकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि हाथियों की ओर से अब तक बड़ा उपद्रव नहीं किया गया है। आंशिक रूप से ही कुछ कच्चे मकानों को हाथियों से नुकसान हुआ है।
बताया जा रहा है कि घना जंगल होने की वजह से भी हाथियों की ओर से उत्पात नहीं मचाया गया है। मैदानी इलाकों में चहल-कदमी होने की सूरत में ही हाथी उपद्रव करते हैं। मोहला-मानपुर का घने जंगल में इंसानों की चहल-पहल कम होना भी हाथियों को उकसाने से बचा रही है। हाथियों के लिए घना जंगल एक सुरक्षित पनाहगार बन गया है।
इस संबंध में मानपुर वन डिवीजन के एसडीओ आरके गजभिये ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि ग्रामीण और हाथियों की सुरक्षा के तहत कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक जनहानि नहीं हुई है। मैदानी अमला पूरी तरह से अलर्ट है। उधर मानपुर और मोहला क्षेत्र में करीब सप्ताहभर से हाथियों का झुंड गांव और जंगलों से होकर आगे बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सीमा में आबादी नहीं होने के कारण हाथियों की सुरक्षा पर खतरा कम है।