राजनांदगांव
मेला और पदयात्रा पर रोक बरकरार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 सितंबर। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पिछले दो साल से डोंगरगढ़ नवरात्र मेला पर लगी रोक आगामी क्वांर नवरात्रि पर बरकरार रहेगी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि की तैयारी के संबंध में आयोजित बैठक के दौरान स्थिति की समीक्षा करते हुए मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए ही छूट दी है। वहीं मेला और पदयात्रा के अलावा अन्य धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध को यथावत रखा है।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। अक्टूबर माह में तीसरी लहर आने की आशंका को देखते डोंगरगढ़ में नवरात्रि में प्रतिबंध अनिवार्य है। कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा को ध्यान में रखते प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों से मां बम्लेश्वरी मंदिर में मेला प्रतिबंधित किया गया है। आंशिक छूट के साथ सिर्फ दर्शन करने की अनुमति होगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। 72 घंटे की कोविड-19 जांच रिपोर्ट के बिना प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। साथ ही कोरोना टीका के दोनों डोज की रिपोर्ट भी साथ लेकर आना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी डोंगरगढ़ के लिए स्पेशल ट्रेन की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क रहे। उन्होंने पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग को चेक पाईंट में टीम बनाकर तैनात करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मां बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ मंदिर ट्रस्ट से सहयोग की बात कही। उन्होंने कहा कि जिले की सीमा महाराष्ट्र से लगे होने के कारण वहां से अधिक दर्शनार्थी आते हैं, इसलिए अधिक सतर्क रहे।
डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल ने कहा कि मां बम्लेश्वरी मेला कोविड-19 संक्रमण के कारण पिछले डेढ़ वर्षों से बंद रहा है, जिससे आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ा है। प्रतिबंधों के साथ दर्शन करने की अनुमति होनी चाहिए। दर्शनार्थी कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन करें। साथ ही कोविड जांच सर्टिफिकेट अनिवार्य रूप से रखें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि अक्टूबर और नवंबर महीने में तीसरी लहर की पीक आने की संभावना है, इसलिए अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। डॉक्टर की टीम चेक पाईंट और रेल्वे स्टेशन में तैनात रहेगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है। मंदिर दर्शन के पहले टीकाकरण अनिवार्य कराएं। मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के प्रतिनिधि ने भी इस संबंध में सुझाव व्यक्त किए।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ क्वांर नवरात्रि में प्रतिबंधों के साथ दर्शन की अनुमति होगी। पदयात्रा, मेला, मीनाबाजार, झूले पूर्णत: बंद रहेंगे तथा मेला आयोजित नहीं होगा। परंपरागत रूप से माता की पूजा-अर्चना की जाएगी, केवल मंदिर में दर्शन की अनुमति होगी। मां बम्लेश्वरी मंदिर के 10 किमी पहले मुरमुंदा, चिचोला तथा अन्य डोंगरगढ़ आने वाले रास्तों में चेक पॉईंट बनाएं जाएंगे। यहां आने वाले सभी दर्शनार्थियों को कोविड जांच रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। जिन्होंने कोविड टीका के दोनों डोज लगवाएं हैं उनको सर्टिफिकेट जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति होगी। मां बम्लेश्वरी मंदिर दर्शन के लिए एप तैयार किया जाएगा। जिसमें मंदिर दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। रेल यात्रियों को रेल्वे स्टेशन में कोविड-19 जांच के बाद ही आने की अनुमति होगी।