गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 26 सितंबर। नगर के निजी कचना ध्रुवा महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवकों द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी लेख राम कुर्रे ने रासेयो के बारे में बताया कि 24 सितंबर, सन 1969 ई. को राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की गई थी।
इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के साथ-साथ राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना है। इस संगठन की स्थापना की बात आजादी पूर्व से दिवगंत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समय से चल रही थी, जिसे अंतिम रूप सन 1969 ई. में दिया गया।
उन्होंने आगे बताया कि आजादी के समय गांधी जी ने युवाओं को राष्ट्रीय सेवा से जोडऩे पर विशेष बल दिया था। आजादी के बाद एस राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने शैक्षिक संस्थानों में स्वैच्छिक राष्ट्रीय सेवा शुरू करने की सिफारिश की थी। इस पर केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (सीएबीई) ने जनवरी, 1950 में अपनी बैठक में विचार किया।
इस क्षेत्र में अन्य देशों के विचारों और अनुभवों की जांच करने के बाद, बोर्ड ने सिफारिश की कि छात्रों और शिक्षकों को स्वैच्छिक शारीरिक कार्य के लिए समय देना चाहिए। जिसके बाद 1952 में सरकार द्वारा अपनाई गई।
प्रथम पंचवर्षीय योजना के मसौदे में भारतीय छात्रों द्वारा एक वर्ष के लिए सामाजिक और श्रम सेवा की आवश्यकता पर बल दिया।