कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 26 सितम्बर। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर मेें दूसरे प्रांतों से आये लोगों को आसानी से यहां का पहचान पत्र बन जा रहा है जिनके बारे में छानबीन भी नहीं हो रही है और पहचान पत्र राशन कार्ड आदि के माध्यम से जल्द ही विभिन्न तरह की योजनाओं का लाभ उठा रहे है।
सबसे अहम बात यह है कि बाहरी राज्यों से आये लोग यहां आकर रह रहे हैं और छोटे व्यवसाय कर रहे हैं लेकिन उनके द्वारा कभी भी थाने में मुसाफिरी नही लिखाई जा रही है वही कई लोगों के किरायेदार बने हुए हैं, लेकिन मकान मालिक भी ऐसे लोगों की जानकारी थाने में उपलब्ध नहीं कराती जो कि जरूरी किया गया है लेकिन इस निर्देश का शहर में लगातार अवहेलना की जा रही है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के कई क्षेत्रों में बिहार, झारखंड, यूपी के लोग आकर यहां निवास कर रहे है तथा कुछ न कुछ व्यवसाय में संलग्न है। ऐसे लोगों की कोई जानकारी थाने में दर्ज नहीं है। जबकि नियमानुसार बाहर से आने वाले लोग जो कुछ दिनों तक यहां रहकर व्यापार करते है या निवास करते है तो ऐसे लोगों को अपनी उपस्थिति व पूर्ण जानकारी थाने में दर्ज करायी जानी होती है जिसका पालन नहीं किया जा रहा है जो सुरक्षा व शांति के लिए गंभीर बात है। वहीं आधार कार्ड में पता आसानी से बदले जाने का आप्शन है, आधार कार्ड यूपी बिहार का होने की दशा में उसका पता स्थानीय करवा कर यहां का राशन कार्ड बनवाया जा रहा है। शहर में ऐसे सैकड़ों लोगो की संख्या बढ़ती जा रही है जिन्हें आसपास के लोग भी सही ढंग से जानते नहीं है।
आने के साथ ही बनता जाता है राशन कार्ड
छग के दूसरे जिले के साथ दूसरे प्रांत से कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में आकर निवास करने वाले कई लोग विभिन्न तरह के व्यापार कर रहे है। जिनको यहां रहते एक वर्ष से भी कम समय होता है और उनका राशन कार्ड तत्काल बन जाता है। इस कार्य में पार्षदों द्वारा उनकी पहचान को सत्यापित कर दिया जाता है और एक वर्ष से कम समय होने के बावजूद इससे अधिक समय से पहचान कर सत्यापित कर दिये जाते है जिसके आधार पर राशन कार्ड बन जाता है। इस प्रक्र्रिया में उचित रूप से जांच पड़ताल भी नहीं की जाती। इस तरह बाहरी लोगों के यहां निवास एवं राशन कार्ड बनाने में संबंधित वार्ड के पार्षदों की बडी भूमिका रहती है। यहॉ यह भी उल्लेखनीय है कि बाहरी राज्यों से आये लोगों द्वारा राशन कार्ड निवास को प्रथम प्राथमिकता देते है और इन दस्तावेजों को बनवाकर योजनाओं का लाभ भी ले रहे है।
मकान मालिक दायित्वों से दूर
शहर में बाहरी क्षेत्र के कई लोग किराये के मकान में रहकर अपना कारोबार करते हैं। मकान मालिकों के द्वारा अपने यहां किरायेदार के रूप में रहने वालों की पूरी जानकारी भी अपने पास पुख्ता रूप से नहीं रखते है सिर्फ पूछताछ कर किराये पर मकान दे देते है। जबकि मकान मालिक का दायित्व बनता है कि ऐसे लोगों की पूरी जानकारी दस्तावेजों के साथ अपने पास रखे और इसकी सूचना भी पूर्ण रूप से पुलिस को दे, लेकिन इसे गंभीरता से नही लिया जा रहा है।
बाहरी लोग ले रहे योजनाओं का लाभ
बहर से आये लोग शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निवास कर रहे है और अपना कारोबार कर रहे है। जिनके द्वारा पार्षदों से मिलकर अपना राशन कार्ड व निवास प्रमाण पत्र के लिए औपचारिकता आसानी से पूरी करवा ले रहे है। जिसके बाद राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी उठा रहे हैं कई बाहरी लोगों को आये ज्यादा समय भी नही हुआ कि उनके नाम से पीएम आवास भी एलॉट हो गया है और राशन कार्ड बनने से सुविधाओं का लाभ भी उठा रहे हैं।