दुर्ग
कैडेट्स ने जाना एक दूसरे के राज्यों के क्षेत्र के बारे में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 26 सितंबर। एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत ईबीएसबी-10 सप्ताह वर्चुअल कैंप का समापन समारोह कल हुआ। इस कैंप का आयोजन वर्चुअल माध्यम से एनसीसी ग्रुप हेड क्वार्टर रायपुर के 37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग द्वारा 20 से 25 सितंबर तक किया गया था। कैंप में मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ एवं दिल्ली डायरेक्टरेट के एनसीसी कैडेट्स द्वारा विभिन्न विषयों से संबंधित जिसमें इतिहास, भूगोल, खानपान, संस्कृति, जनसांख्यिकी , लोक नृत्य, प्रतीक चिन्ह, खेल, अर्थव्यवस्था, पर्यटन एवं विशिष्ट व्यक्तित्व से संबंधित जानकारियों आदि को पीपीटी एवं वीडियोस के माध्यम से प्रस्तुत किया।
इस राष्ट्रीय कैंप में सीनियर डिवीजन एवं सीनियर विंग के कैडेट्स, अधिकारी एवं समस्त स्टाफ एनसीसी ग्रुप हैडक्वाटर रायपुर, एनसीसी ग्रुप हैडक्वाटर दिल्ली, एनसीसी ग्रुप हैडक्वाटर भोपाल, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, इंदौर उपस्थित थे। प्रबंध समिति मे चेयरमैन ग्रुप कमांडर एनसीसी ग्रुप हेड क्वार्टर रायपुर के कर्नल विष्णु सिंह शिखरवार, डिप्टी चेयरमैन 37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग के कर्नल हेमंत दुबे, समन्वयक अधिकारी 37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग के एडम ऑफिसर कर्नल आर सेतु माधवन एवं एनसीसी डायरेक्टरेट दिल्ली से लेफ्टिनेंट कर्नल मुकेश कुमार शामिल है।
अंतिम दिवस क्विज एवं वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस अवसर पर निर्णायक डॉ अंजना शिखर, एसोसिएट प्रोफेसर बीआईटी दुर्ग एवं डॉ सुजाता कोले, असिस्टेंट प्रोफेसर सेंट थॉमस महाविद्यालय भिलाई थे। कार्यक्रम का समापन समन्वयक अधिकारी 37 सी जी बटालियन एनसीसी दुर्ग के एडम ऑफिसर कर्नल आर सेतु माधवन द्वारा किया गया। उन्होंने कैंप के दौरान होने वाली प्रक्रियाओं का सार प्रस्तुत करते हुए विजेता प्रतिभागियों का नाम घोषित किया। उन्होंने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कैंप समाप्ति की घोषणा की। महामारी के समय ऑनलाइन वेबीनार का मुख्य उद्देश्य एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत एक दूसरे के राज्यों के क्षेत्र के बारे में जानना, समझना एवं कैडेट्स का उत्साह एवं मनोबल बढ़ाना था।
इस अवसर पर 37 वीं सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग से लेफ्टिनेंट डॉ सुरेखा जवादे, सेकंड ऑफिसर पूनम सोंधी, लेफ्टिनेंट उमा पी बाला राजू एवं एनसीसी ग्रुप हैडक्वाटर दिल्ली से लेफ्टिनेंट मुकेश उपस्थित थे । इस वर्चुअल वेबीनार में संपूर्ण दिवस 250 कैडेटो की उपस्थित रही। तकनीकी एवं प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सभी का सहयोग रहा।