रायगढ़
एसपी को दोबारा शिकायत कर कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 सितंबर। पुसौर ब्लाक के बोरोडीपा चौक पर एक ग्रामीण को बंधक बनाकर मारपीट, गाली गलौज करते हुए नगदी रकम लूटने के मामले में पीडि़त ग्रामीण अब घर लौट आया है। पीडि़त के परिजनों ने पुसौर पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने और पीडि़त के परिवार को समझौते के लिए प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग दोहराई है।
ज्ञात हो कि पीडि़त श्रवण चौहान निवासी नावापारा ब थाना पुसौर द्वारा मोबाईल से अपनी पत्नी के भाई को फोन कर बताया गया कि पुसौर के बोरोडीपा चौक में भठलीरोड़ के पास पुसौर के रहने वाले सुरेन्द्र यादव तथा उसके एक अन्य साथी ने रास्ता रोककर जबर्दस्ती मांड नदी के किनारे ले जाकर गाली गलौज कर मवेशी तस्करी का आरोप लगाकर 10 हजार रूपए कमीशन की मांग की गई, अन्यथा गौ रक्षक दल को सौंप देने की धमकी देते हुए जबरन जेब में 700 रूपए को सुरेन्द्र यादव के द्वारा निकाल लिया गया। साथ ही गाड़ी की चाबी छिनकर रिश्तेदारों को फोन कर 10 हजार रूपए मंगाने की बात कही गई थी। घटना के बाद पीडि़त श्रवण चौहान का साला परिजनों के साथ इस मामले की शिकायत लेकर पुसौर थाने पहुंचा और पुलिस की कार्रवाई में देरी होने पर जिला मुख्यालय पहुंचकर एसपी को इस आशय का ज्ञापन देते हुए लापता जीजा की पतासाजी की गुहार लगाई।
इस बीच लापता किसान के परिजन हैरान परेशान रहे। आखिरकार एक दिन पहले उक्त किसान अपने घर लौट आया है। जिसे सकुशल देखकर परिजनों ने राहत की सांस ली है।
पीडि़त ग्रामीण के परिजनों ने इस पूरे मामले में लूट और अपहरण की घटना पर पुसौर पुलिस पर पर्दा डालने का आरोप लगाते हुए दूसरी बार पुलिस अधीक्षक को शिकायत करके संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने तथा आरोपियों के जल्द गिरफ्तारी की मांग उठाई है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि पुलिस के इसी रवैये के कारण जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। तो दूसरी ओर पुलिस का संरक्षण मिलने के कारण गुंडे तथा असामाजिक तत्व पीडि़तों को लगातार धमका रहे हैं। इस मामले में भी अपहृत ग्रामीण के वापस घर लौटने के बाद पुलिस पीडि़त ग्रामीण और उसके परिजनों पर समझौता करने का अनावश्यक दबाव बना रही है। पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस मामले में न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।