बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 30 सितंबर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
गुरुवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं सांस्कृतिक भवन के सामने मैदान में एकजुट होकर लामबंद हुईं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने कहा कि सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में किया वादा पूरा नहीं किया है। कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने मांग की कि उन्हें शासकीय कर्मचारी घोषित कर कलेक्टर दर पर वरिष्ठता के आधार पर तत्काल दिया जाये जाए, हड़ताल और बर्खास्त अवधि का मानदेय,1500 रूपये का मानदेय का एरियर्स दिया जाए, पर्यवेक्षक भर्ती तत्काल निकाल कर पदोन्नति व आयु सीमा में छूट दी जाए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्ण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में तब्दील की जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति के बाद 5 लाख और सहायिकाओं को 3 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि दें, विभागीय / पोषण ट्रेकर कार्यों को ऑनलाइन कर कार्यकर्ताओं को मोबाइल प्रदाय किया जाये तथा समय-समय पर मोबाइल रिचार्ज करने के लिए भत्ता और आनलाइन कार्य कराने के लिए किसी प्रकार का दबाव न बनाया जाये।
आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष रम्भा गागडा ने बताया है कि उनकी मांगें जायज है। उन्होंने कहा कि उनकी मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति मे आगामी दिसंबर माह के बाद अनिश्चित कालीन हड़ताल की जाएगी।
इस दौरान रजिया बेगम, हेमा निषाद, गौतमी बघेल,रीना कुमार,रेली ओयम, सेवन्ती मरकाम, विजय लक्ष्मी, किष्टूबाई, सुलोचना, गीता ध्रुव, मीना देवांगन,ललिता सर्वागिरी, जीबी शशिकला, कमला पुजारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता व सहायिका मौजूद रहे।