गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 5 अक्टूबर। गरियाबंद ब्लॉक के अन्तर्गत प्राकृतिक आपदा बाढ़ से प्रभावित किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां कलेक्टर से मुलाकात कर 4 सूत्री मांग सहित उचित मुआवजा की मांग रखी, जिस पर कलेक्टर ने आश्वासन दिया ।
सोमवार को गरियाबन्द ब्लॉक के किसान संघ चन्द्र भूषण चौहान के साथ नहर गांव, नागा बुड़ा, झिटरी डुमर, पंडरीपानी सहित 10 - 12 गांव के बाढ़ प्रभावित किसान किसानों के साथ कलेक्ट्रोरेट पहुँच पीडि़त किसानों ने कलेक्टर को बताया कि गत दिनों हुए तबाही की बारिश और बाढ़ के कारण कृषि भूमि में रेत पट गया है जिससे फसल को हुए नुकसान हुआ है। इसे प्राकृतिक आपदा घोषित कर एंव बाढ़ नियंत्रण हेतु तटबंध का निर्माण करवाया जाए।
किसान संघ द्वारा 4 सूत्री मांगों को भी पूरा किया जाए, जिसमें पैरी घुम्मर नहरनाली की मरम्मत बाहना महुआ नहरनाली की मम्मत. पण्डरीपानी से झिथरीडुमर नहरगांव व नागाबुड़ा तक दाया व बाया नाला तटबंध की वर्षा उपरान्त तत्काल किया जावें। बाढ़ से ग्रामीणों के मकान धाराशाही होकर गिर गया है, जिसे उचित मुआबजा प्रदान किया जाए जिस पर गरियाबंद कलेक्टर ने जल्द उचित कार्यवाही करने का अस्वासन दिया है।
नीलेश कुमार क्षीरसागर कलेक्टर गरियाबंद ने बताया मुआवजा का प्रकरण बनाया जा रहा हैं, गत दिनों बाढ़ से हुए नुकसान जिसमें सडक़ , नालों का मरम्मत का किसानों द्वारा रखा हैं उसका प्रकिया अधीन हैं, आगामी दिनों राज्य शासन स्तर पर प्रस्ताव भेजा गया हैं, किसानों को आर बी सी 6- 4 के तहत मुआवजा दिया जाएगा, तटबंध निर्माण के लिए पहले ही शासन स्तर पर भेजा जा चुका है। उसका अलग से पत्राचार करके शासन स्तर पर जल्द सेंशन मिलने का भरोसा दिया ।