कोरिया
संसदीय सचिव ने उच्च शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। कोरिया में उच्च शिक्षा को लेकर इंफ्रास्टैऊक्चर तो लगभग पूर्ण है, पूर्व सरकार ने महाविद्यालय भी खोल रखे हंै, परन्तु वहां अध्ययनरत छात्रों के अध्ययन के लिए प्राध्यापक के साथ कई और पाठ्यक्रम से जुड़ी सुविधाएं वर्षों से अधूरी है। बैकुंठपुर विधायक और संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर महाविद्यालयों में अध्ययरत छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उसे जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।
वनस्पति विज्ञान और रसायन विज्ञान
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने उच्च शिक्षा मंत्री को भेजे अपने पत्र में बताया है कि जिले का सबसे पुराना शासकीय रामानुज स्नातकोत्तर महाविद्यालय में इस वर्ष वनस्पति विज्ञान और रसायन विज्ञान के प्रवेश के लिए काफी आवेदन आए। वैसे प्रति वर्ष ज्यादा आवेदन भी आते है, इस वर्ष वनस्पति विज्ञान के प्रवेश के लिए 218 आवेदन और रसायन विज्ञान 88 प्राप्त हुए। ऐसे में उन्होनें कहा कि इस महाविद्यालय में एमएमसी रसायन में वर्तमान में 40 सीट है उसमे 20 सीट और बढ़ाकर 60 सीट करने और एमएमसी वनस्पति विज्ञान की वर्तमान में 40 सीट है, उसमें 20 सीट बढ़ाकर 60 सीट करने की मांग की है।
ना रहे शिक्षा से वंचित और ना कोई नहीं जाए बाहर
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने उच्च शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में बताया है कि शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय में स्नातक तक के पाठयक्रम संचालित है। जिलामुख्यालय बैकुंठपुर का एक मात्र कन्या महाविद्यालय है, स्नातकोत्तर के लिए छात्राओं को बाहर जाना पड़ता है। कई बार पारिवारिक और आर्थिक समस्याओं के कारण छात्राएं बाहर नहीं जा पाती है जिसके कारण वो शिक्षा से वंचित रह जाती है। ऐसे कन्या महाविद्यालय में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की कक्षाएं शुरू की जाए।
सहायक प्राध्यापकों की हो पदस्थापना
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों की हो पदस्थापना की भी मांग की है। उन्होनें अपने पत्र में लिखकर बताया है कि एक मात्र इस कन्या महाविद्यालय में स्नातक पाठयक्रम के सहायक प्राध्यापकों के कई पद रिक्त है, फिलहाल अतिथि प्राध्यापकों से अध्ययन करवाया जा रहा है। श्रीमति सिंहदेव ने उच्च शिक्षा मंत्री से मांग की है कि राज्य लोक सेवा आयोग जिसमें समाज शास्त्र, राजनीति शास्त्र, वनस्पति शास्त्र, प्राणी शास्त्र, रसायन शास्त्र, वाणिज्य ओर अंग्रेजी विषय के प्राध्यापको की पदस्थापना की जाए।