कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। कोरिया जिले स्थित आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष रमाशंकर मिश्रा ने प्रदेश सरकार के लखीमपुर के पीडि़तों को 50-50 लाख दिए जाने की घोषणा का विरोध नहीं करते हुए छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों का अपमान बताया है। उनका कहना है कांग्रेस पार्टी अपने फंड से इसकी भरपाई करें, क्योंकि यहां के बेरोजगारों को 2500 प्रतिमाह देने का वादा आज तक पूरा नहीं हो पाया है। हमारा प्रदेश कर्ज में डूबा हुआ है, यहां 2019 के बाद से नई भर्तियों पर रोक लगा हुआ है।
रमाशंकर मिश्रा ने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा कि आम आदमी पार्टी लखीमपुर में किये 50-50 लाख सहायता राशि दिए जाने का विरोध नही करती है परंतु अपना घर भी तो ठीक कर ले। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार यदि भूपेश बघेल व उनके साथ लखीमपुर पहुंचे उन तमाम कांग्रेस के नेता जिसमे राहुल गांधी भी मौजूद थे यदि वह सहायता राशि जिसकी भूपेश बघेल व पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने घोषणा की है, उसे कांग्रेस अपने पार्टी फंड से देती तो ये बेहद खुशी की बात होती और हम इसका सम्मान करते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपना घर भी ठीक कर ले। नई भर्तियों पर सरकार 2019 से रोक लगा रखी है और कारण बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में वित्तीय संकट है व पैसा नहीं है साथ ही कई बार कर्ज लिया जा चुका है छत्तीसगढ़ को चलाने की खातिर, ऐसे में भूपेश बघेल का उत्तरप्रदेश जाना व अपनी पार्टी के प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ के खजाने से प्रत्येक मृतक को 50-50 लाख सहायता राशि देने की घोषणा करना उन बेरोजगारों का अपमान है जो सरकारी भर्ती कब चालू होगी इसका इन्तजार कर रहे हैं। साथ ही बेरोजगार युवाओं को 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा किये थे उसे भी आज तक किसी बेरोजगार युवकों को नहीं दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता सब देख रही है और अब आनेवाले समय पर जब ये जनता के बीच जाएंगे तो उनसे ये सवाल जरूर किया जाएगा।
आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने भूपेश सरकार पर छत्तीसगढ़ वासियों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 2018 व 2019 में छत्तीसगढ़ के किसानों के आत्महत्या के आंकड़े हम देखे तो लगभग 500 किसानों ने आत्महत्या कर ली है वही सिलेगर मुठभेड़ की बात करे तो निर्दोष आदिवासियों पर गोली चलाई गई थी व निर्दोष आदिवासी मारे गए थे जो न्यायालय ने भी साफ कर दिया है परन्तु इन सभी घटनाओं पर मुआवजा आजतक किसी को नही मिला न किसानों को कुछ दिया गया ।
और न ही उन निर्दोष आदिवासियों को कुछ मिला। छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या पर मुआवजा न मिलने पर सदन में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विपक्षियों द्वारा सवाल किया गया था तो उन्होंने जवाब में कहा था कि आपने अपने 15 साल में कितनो को मुआवजा दिया ,इस तरह के जवाब से ये साबित होता है कि चाहे वो कांग्रेस हो या भाजपा इन्हें न किसानों से और न ही क्षेत्र के आदिवासियों से कोई सरोकार है उन्हें सिर्फ और सिर्फ सत्ता से मतलब है और ये बात भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में जाकर वहां की घटना के दौरान मारे गए प्रत्येक मृतक किसानों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर साबित कर दिया,क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव है । यह छत्तीसगढ़ के उन किसानों का अपमान है जिन्होंने आत्महत्या कर ली ये उन आदिवासियों का अपमान है जो सिलेगर मुड़भेड़ में मारे गए आम आदमी पार्टी इस तरह का प्रदेश वासियों का अपमान नही सहेगी, आम आदमी ये मांग करती है कि प्रदेश के प्रत्येक मृतक किसानों व आदिवासियों के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये सहायता राशि तत्काल देने की घोषणा करें भूपेश सरकार अन्यथा हमे इन किसानों व आदिवासियों के साथ सडक़ पर आना पड़ेगा इनके हक दिलाने के लिए ।