कोण्डागांव
कोण्डागांव, 9 अक्टूबर। सामाजिक चिंतक, लेखक हेमचंद्र सिंह राठौर का निधन हो गया। साहित्याकारों का कहना है कि वे हिंदी और उर्दू दोनों भाषाओं के साथ ही छत्तीसगढी़, हल्बी, गोंडी आदि स्थानीय बोलियों के भी बहुत अच्छे जानकार थे। इनकी रचनाएं देश की चोटी के पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही। वे समय-समय पर ककसाड़ के लिए सारगर्भित लेख लिखते रहे हैं। विशेष रूप से ककसाड़ के लिए केशकाल के इतिहास पर लिखा गया तथ्यपूर्ण लेख अद्वितीय दस्तावेज है। कुछ समय पूर्व विस्तृत बहुआयामी साक्षात्कार भी ककसाड़ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद के सही मायनों में संरक्षक थे। उनकी गिनती देश के चोटी के शिकारियों में होती थी।
छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद कोंडागांव, मां दंतेश्वरी हर्बल समूह, संपदा समाजसेवी संस्थान कोंडागांव बस्तर के साहित्यकार, मित्र, परिजनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।