बस्तर
जगदलपुर, 9 अक्टूबर। आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने आज भूपेश सरकार पर छत्तीसगढ़वासियों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 2018 व 2019 में छत्तीसगढ़ के किसानों के आत्महत्या के आंकड़े हम देखे तो लगभग 500 किसानों ने आत्महत्या कर ली है वहीं सिलेगर मुठभेड़ की बात करें तो निर्दोष आदिवासियों पर गोली चलाई गई थीं व निर्दोष आदिवासी मारे गए थे, जो न्यायालय ने भी साफ कर दिया है, परन्तु इन सभी घटनाओं पर मुआवजा आज तक किसी को नहीं मिला न किसानों को कुछ दिया गया और न ही उन निर्दोष आदिवासियों को कुछ मिला।
छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या पर मुआवजा न मिलने पर सदन में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विपक्षियों द्वारा सवाल किया गया था तो उन्होंने जवाब में कहा था कि आपने अपने 15 साल में कितनों को मुआवजा दिया, इस तरह के जवाब से ये साबित होता है कि चाहे वो कांग्रेस हो या भाजपा इन्हें न किसानों से और न ही क्षेत्र के आदिवासियों से कोई सरोकार है, उन्हें सिर्फ और सिर्फ सत्ता से मतलब है और ये बात भूपेश बघेल ने उत्तरप्रदेश के लखीमपुर में जाकर वहां की घटना के दौरान मारे गए प्रत्येक मृतक किसानों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर साबित कर दिया, क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव है। यह छत्तीसगढ़ के उन किसानों का अपमान है जिन्होंने आत्महत्या कर ली, ये उन आदिवासियों का अपमान है जो सिलेगर मुठभेड़ में मारे गए। आम आदमी पार्टी इस तरह का प्रदेशवासियों का अपमान नहीं सहेगी।
आम आदमी पार्टी ये मांग करती है कि प्रदेश के प्रत्येक मृतक किसानों व आदिवासियों के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये सहायता राशि तत्काल देने की घोषणा करें भूपेश सरकार अन्यथा हमें इन किसानों व आदिवासियों के साथ सडक़ पर आना पड़ेगा, इनके हक़ दिलाने के लिए।
जिला अध्यक्ष तरुणा बेदरकर ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि आम आदमी पार्टी लखीमपुर में किये 50-50 लाख सहायता राशि दिए जाने का विरोध नहीं करती है, परंतु अपना घर भी तो ठीक कर ले छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार। यदि भूपेश बघेल व उनके साथ लखीमपुर पहुंचे उन तमाम कांग्रेस के नेता जिसमें राहुल गांधी भी मौजूद थे, यदि उक्त सहायता राशि जिसकी भूपेश बघेल व पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने घोषणा की, उसे कांग्रेस अपने पार्टी फंड से देती तो ये बेहद खुशी की बात होती और हम इसका सम्मान करते।
उन्होंने बताया कि नई भर्तियों पर 2019 से रोक लगा रखी है और कारण बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में वित्तीय संकट है व पैसा नहीं है, साथ ही कई बार कर्ज लिया जा चुका है छत्तीसगढ़ को चलाने की खातिर, ऐसे में भूपेश बघेल का उत्तरप्रदेश जाना व अपनी पार्टी के प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ के खजाने से प्रत्येक मृतक को 50-50 लाख सहायता राशि देने की घोषणा करना उन बेरोजगारों का अपमान है जो सरकारी भर्ती कब चालू होगी इसका इन्तेजार कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता सब देख रही है और अब आने वाले समय पर जब ये जनता के बीच जाएंगे तो उनसे ये सवाल जरूर किया जाएगा।