बस्तर
दुबे उमरगांव को बनाया जाएगा प्लास्टिक मुक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 अक्टूबर। बस्तर विकासखण्ड का दुबे उमरगांव अब प्लास्टिक मुक्त होने जा रहा है। सामाजिक आयोजनों में उपयोग होने वाले प्लास्टिक डिस्पोजल बर्तनों के कारण अब गाँवों में भी गंदगी दिखाई देती है। इसका दुष्प्रभाव मिट्टी और पानी में भी दिखाई देता है। प्लास्टिक के कारण होने वाली इसी प्रदूषण से गांव को मुक्त करने के लिए दुबे उमरगांव की सूरजमुखी स्वसहायता समूह ने बर्तन बैंक की स्थापना की है। इस बर्तन बैंक का उद्घाटन आज भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में अपर सचिव अरुण बरोका ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने प्लास्टिक के कारण पर्यावरण पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव से गांव को मुक्त करने के लिए बर्तन बैंक की स्थापना के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि बर्तन बैंक से उचित किराये पर बर्तन उपलब्ध कराने से स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक लाभ के साथ ही ग्रामीणों को भी सामाजिक आयोजनों के लिए बर्तन सहजता से उपलब्ध होंगे। प्लास्टिक के उपयोग से पर्यावरण को होने वाली प्रदूषण और गंदगी से भी राहत मिलेगी।
उन्होंने दुबे उमरगांव में निर्मित सामुदायिक शौचालय, सेग्रीग्रेसन शेड का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण ) के टीम लीडर आनंद शेखर, राज्य स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) के मिशन संचालक सत्यनारायण राठौर, रुपेश राठौर, राज्य स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) के राज्य सलाहकार पुरषोत्तम पंडा, जिला पंचायत बस्तर की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैलाश कोड़ोपी, जिला समन्वयक दिलीप गोस्वामी, जिला सलाहकार नन्दिता मरकाम, मनरेगा के जिला परियोजना प्रबंधक पवन कुमार, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजकुमार देवांगन, निलेश लखेरा बिहान, जनपद पंचायत बस्तर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयभान सिह राठौर सरपंच रामेया राम मौर्य, उप सरपंच रुपेन्द्र भंडारी, सचिव दीपिका गावर,विवेक चौहान,अमित कुजूर, विशाल दीवान, राजकुमारी श्रीवास, लालमन बंछोर रजनीश पटेल, सूर्यकान्त, भावना ध्रुव एवं स्वच्छताग्रही दीदी एवं स्वसहायता समूह के सदस्य एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।