बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 11 अक्टूबर। कसडोल महासमुंद व्हाया सिरपुर मुख्य सडक़ मार्ग पर स्थित पुरातात्विक धार्मिक स्थल तुरतुरिया पहुंच मार्ग की जर्जर हालत पर दर्शनार्थियों को हो रही परेशानियों का ‘छत्तीसगढ़’ ने प्रकाशित किया था। जिस पर वन विभाग ने जनता की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए मार्ग मरम्मत शुरू कर दिया है।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में महर्षि वाल्मीकि आश्रम एवं सदियों पुरानी सन्तान दात्री पहाड़ा वाली विराजित मां काली मंदिर स्थित है। मां काली पहाड़ा वाली के नाम से 3 दिवसीय पौष पूर्णिमा में 3 दिनों का मेला भी भरता है। जहां प्रदेश अन्य प्रांतों तथा विदेशी सैलानी भी वनों से आच्छादित मनोरम छटा को देखने तथा मंदिर दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मां काली मंदिर में सैकड़ों मनोकामना ज्योति श्रद्धालुओं ने प्रज्वलित किए हुए हैं। जर्जर सडक़ के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
ठकुरदिया से तुरतुरिया 7 किमी. मार्ग की जर्जर हालत के संदर्भ में ‘छत्तीसगढ़’़ द्वारा 10 अक्टूबर को समाचार प्रकाशित किया था, जिसमें बताया गया था कि ठकुरदिया से तुरतुरिया 4 पहिया वाहनों को पार करने में बंदिश लगाई गई थी। साथ ही जर्जर सडक़ पहुंच मार्ग की तकलीफों से प्रकाशित किया था। जिस पर वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार के.आर.बढ़ई नेपरिक्षेत्र अधिकारी लवन एन के सिन्हा को निर्देशित कर 4 पहिया वाहनों को पार होनें तथा बिगड़े सडक़ मार्ग को मरम्मत करने कहा गया ।जिसका त्वरित प्रभाव क्षेत्र वासियों को देखनें को मिला।
रेंजर सिन्हा द्वारा डिप्टी रेंजर के माध्यम से मजदूर लगाकर मरम्मत कार्य प्रारंभ करा दिया है। बताया गया है कि अष्टमी तिथि के पूर्व जर्जर मार्ग को सुविधा युक्त बना दिया जाएगा। साथ ही इसके पूर्व ही 4 पहिया वाहनों को प्रवेश दिया जा रहा है।
गौरतलब हो कि तुरतुरिया मातागढ़ मंदिर तथा वाल्मीकि आश्रम मंदिर में कोरोना के नियमों का पालन किया जा रहा है।