दुर्ग
हेमचंद यादव विवि में पीएचडी की मौखिक प्रस्तुतिकरण परीक्षा समाप्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 अक्टूबर। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में पी-एच.डी. कोर्स वर्क की मौखिक प्रस्तुतिकरण परीक्षा समाप्त हो गई। 1 से 11 अक्टूबर तक चली इस मौखिक प्रस्तुतिकरण परीक्षा में कुल 380 शोधार्थियों ने कुल 19 विषयों में अपने शोध विषय से संबंधित प्रस्तुतिकरण दिया।
प्रत्येक दिन मौखिक प्रस्तुतिकरण के दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा, कुलसचिव, डॉ. सीएल देवांगन ने स्वयं उपस्थित होकर शोधार्थियों के द्वारा किये जाने वाले शोध कार्य का अवलोकन किया। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि अनेक शोधार्थियों के प्रस्तुतिकरण के दौरान उपस्थित बाह्य विशय विशेषज्ञों तथा कुलपति ने शोध कार्य की संक्षेपिका एवं प्रस्तुतिकरण करने के तरीकें पर अनेक त्रुटियां पायीं। जिनका प्रस्तुतिकरण स्थल पर ही निराकरण करने का प्रयास किया गया। इन्हीं छोटी-छोटी त्रुटियों के निराकरण तथा प्रस्तुतिकरण की नई विधियों से शोधार्थियों एवं षोध निर्देषकों को अवगत कराने हेतु विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा अगले सप्ताह मार्गदर्शन कक्षा लेंगी।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि प्रथम चरण में कुलपति, डॉ. पल्टा शिक्षा संकाय (एजुकेशन) के शोधार्थियों एवं षोध निर्देषकों की मार्गदर्शन कक्षा लेंगी। कक्षा की तिथि एवं समय की सूचना पृथक से प्रदान की जायेगी।
मौखिक प्रस्तुतिकरण परीक्षा में 55 प्रतिषत् से अधिक अंक प्राप्त करने वाले शोधार्थियों को अगामी 27 अक्टूबर 2021 को आयोजित होने वाली पीएचडी कोर्सवर्क संबंधी लिखित परीक्षा में भी 55 प्रतिशत् अंक पृथक से प्राप्त करना अनिवार्य होगा। यह परीक्षा ऑफलाईन पद्धति से 11 से 1 बजे के मध्य सेंट थॉमस कॉलेज, रूआबांधा, भिलाई में आयोजित की जायेगी। प्रत्येक शोधार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा जारी प्रवेश पत्र तथा एक फोटो युक्त पहचान पत्र (आधारकार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस अथवा महाविद्यालय द्वारा जारी परिचय पत्र) लाना अनिवार्य होगा। बिना परिचय पत्र तथा कोरोना प्रोटोकॉल के पालन न करने पर शोधार्थी को लिखित परीक्षा में बैठने के अनुमति नहीं दी जायेगी।
शोधार्थी अपना प्रवेश पत्र 13 अक्टूबर के पश्चात् विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।