राजनांदगांव
राजनांदगांव, 13 अक्टूबर। महापौर एवं प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष हेमा देशमुख ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कोई लेना-देना नहीं संबंधी बयान पर पलटवार करते सवाल किया है कि राजनांदगांव के मौजूदा विधायक होने के बावजूद वे स्वयं केवल दो-तीन घंटे के लिए राजनांदगांव आते हैं और बाकी समय राजधानी में ही बिताते हैं ? जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उनके पास पूरे छत्तीसगढ़ का जिम्मा था, किंतु अब जबकि वे सिर्फ एक विधायक हैं, इस नाते उन्हें पूरे समय अपने विधानसभा क्षेत्र में ही रहकर आम जनता से मिलना-जुलना चाहिए।
महापौर श्रीमती देशमुख ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि डॉ. रमन सिंह को मुख्यमंत्री पर आरोप लगाने के पहले सोचना चाहिए कि अब वे खुद कितने पानी में हैं? राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप चलते रहता है, लेकिन प्रदेश में 15 वर्षों तक सत्ता में काबिज रहने वाले डॉ. रमन सिंह को इस बात को भी याद रखना चाहिए कि वे अब सिर्फ विधायक हैं, न कि मुख्यमंत्री। भूपेश बघेल सरकार पिछली भाजपा सरकार की तुलना में उससे कई गुना अच्छा और बेहतर काम कर रही है।
भूपेश सरकार राजनांदगांव शहर सहित पूरे जिले में विकास कार्यों को बेहतर ढंग से अंजाम दे रही है। कांग्रेस सरकार के कार्यों से आम जनता में कहीं कोई नाराजगी और परेशानी नहीं है, बल्कि परेशानी भाजपा वालों को हो रही है कि प्रदेश की जनता ने उन्हें सत्ता से खदेड़ दिया है।
डॉ. रमन सिंह का बयान भी हाथ से सत्ता छीनने के दर्द के रूप में सामने आ रहा है। जनता परेशान नहीं, बल्कि पहले से कहीं और अधिक खुश हैं, लेकिन भाजपाइयों के पेट में मरोड़ जरूर हो रहा है। 15 वर्षों तक एकछत्र राज चलाने वाले भाजपाइयों को सत्ता छीन जाने का दर्द होना स्वभाविक है।