गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 14 अक्टूबर। रवेली में धु्रव गोंड़ आदिवासी समाज का नवाखाई मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू, अध्यक्षता जनपद सदस्य दीपक साहू एवं विशिष्ट अतिथि सरपंच लालजी साहू सहित समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान समाज के लोगों ने अतिथियों का बाजे गाजे से भव्य स्वागत किया।
चंद्रशेखर साहू ने कहा कि नवाखाई मिलन समारोह के माध्यम से प्रतिवर्ष एकत्रित होते हैं, इससे समाज की एकता, अखण्डता व सामाजिक समरसता का परिचय और विकास होता है। इसमें बड़ी संख्या में समाजजन शामिल होकर ईष्ट देव की विशेष-पूजा अर्चना करते हैं। आदिवासी संस्कृति में नवाखाई महोत्सव का विशेष महत्व है। आदिकाल से यह परंपरा चली आ रही है। नई फसल आगमन की खुशी में यह पर्व मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि कहा कि नवाखाई पर्व आदिवासियों का सबसे प्रमुख त्यौहार है। खेती-किसानी के काम के बाद जब नई फसल पककर तैयार होती हैं, तो पहला भोग ईष्ट देव को चढ़ाते है। ईष्ट देव की कृपा से ही आदिवासी संस्कृति समृद्ध हो रही है।
जनपद सदस्य दीपक साहू ने कहा कि गोड़ समाज की यह पहल पूरे समाजजनों को एकता के सूत्र में बांधती है। आदिवासी संस्कृति के निर्वाह के लिए व्यक्ति चाहे कहीं भी निवासरत हों नवाखाई पर्व में घर जरूर आते हैं।
इस दौरान केवल सिंग नेताम, घनश्याम धु्रव, मुकेश धु्रव, गोपी धु्रव, कुँवरसिंग धु्रव, संतराम धु्रव, गंभीर धु्रव, हरख धु्रव, भुवनेश्वर धु्रव, संतोष धु्रव सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।