दुर्ग
जेवर की मांग को लेकर करते थे मारपीट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अक्टूबर। शादी के बाद ससुराल पहुंची पीडि़ता को कम दहेज लाने के लिए ताने दिए गए। साथ ही और सोने के जेवरात लाने के लिए शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा दी गई। मायके में रह रही पीडि़ता को उसका पति तलाक देने के लिए दबाव देने लगा. परेशान होकर पीडि़ता ने इसकी शिकायत महिला थाना में दर्ज कराई। पुलिस ने पीडि़ता के पति, सास, ननंद के खिलाफ धारा 498 ए, 34 के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया है। भिलाई निवासी पीडि़ता का विवाह 8 मार्च 2018 को राजनांदगांव निवासी आशीष मालवीय के साथ संपन्न हुआ था। विवाह के समय मायके वालों ने ससुराल वालों को डेढ़ लाख रुपए जेवर तथा अन्य घरेलू सामान दिए थे।
शादी के बाद ससुराल पहुंचते ही पीडि़ता की सास, ननंद, देवर द्वारा शादी में मिले उपहारों को लेकर ताना मारना शुरू कर दिया और कहने लगे कि ससुराल के सभी लोगों को चेन व अंगूठी दिया जाना था परंतु शादी के अवसर पर हमें कुछ नहीं मिला। सास, ननंद द्वारा अत्याचार करने के बावजूद पीडि़ता का पति उन्हें मना नहीं करता था। ससुराल वालों की प्रताडऩा से परेशान होकर 15 मार्च 2019 को पीडि़ता अपने मायके आ गई। पीडि़ता के गर्भवती होने पर भी ससुराल वाले उसे लेकर नहीं गए। वहीं ससुराल वालों ने उसे खर्चे के लिए रकम भी नहीं थी। ससुराल वालों ने पीडि़ता से कहा कि वह सब के लिए सोने की चेन और अंगूठी लेकर आएगी तभी ससुराल वापस आना पिछले ढाई साल से पीडि़ता मायके में ही अपनी बच्ची को लेकर रह रही है।