कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 17 अक्टूबर। अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, सिंगारभाट, कांकेर में राष्ट्रीय बागवानी मिशन द्वारा पोशित परियोजना सीताफल का व्यावसायिक उद्यान स्थापना एवं उनका प्रसंस्करण विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम का शुभांरभ करते हुए डॉ. देवशंकर अधिष्ठाता ने बस्तर संभाग में सीताफल उत्पाद की संभावना एवं उसके प्रसंस्करण महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. पी.एस. मरकाम सहायक प्राध्यापक एवं परियोजना प्रभारी ने सीताफल की उन्नत उत्पादन के बारे में बताया व पके हुए सीताफल से पल्प निकालना, पैकिंग करने संबंधित जानकारी दी।
डॉ. ए. कुरैशी सहायक प्राध्यापक शस्य विज्ञान ने सीताफल से तैयार किये जाने वाले उत्पाद एवं उनका महत्व विषय पर प्रकाश डाला। डॉ. बिरबल साहू वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र, कांकेर ने फल एवं सब्जियों के प्रसंस्करण करने के फायदे से अवगत कराया। जय प्रगति महिला स्व-सहायता समूह कन्हारपुरी की चंद्रमणि कौशिक एवं साथियों ने सीताफल पल्प से आईसक्रीम बनाने की विधि बताई।
डॉ. प्रमोद कुमार नेताम सहायक प्राध्यापक कृषि प्रसार ने उत्पादन को बाजार में विक्रय की व्यवस्था की जानकारी दी। जिससे आमदनी के साथ तैयार उत्पादक माँग लम्बे समय तक बना रहे। महाविद्यालय प्रक्षेत्र में स्थापित सीताफल बगीचा में स्थानीय किस्म एवं रोपित किस्मों की विशेशताओं से अवगत कराया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में लारगांव, कन्हनपुरी, आतुरगाँव व कुलगाँव के कृषक एवं स्व-सहायतासमूह के सदस्य सम्मिलित हुए।