दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 अक्टूबर। असत्य पर सत्य की विजय व बुराई पर अच्छाई की विजय के महापर्व दशहरा का उत्सव प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आनंद सरोवर बघेरा के विशाल प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
दशहरा के आध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए ब्रम्हाकुमारी रीटा बहन ने बताया कि रावण वास्तव में पांच विकारों (काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार) का प्रतीक है। इस अवसर पर विजयदशमी पर्व की आध्यात्मिक रहस्य को उजागर करने की वाली दशानन वध नामक नृत्य नाटिका की प्रस्तुति ब्रह्माकुमारी से जुड़े हुए कन्याओं द्वारा किया गया। कार्यक्रम में वार्ड पार्षद कुमारी साहू, नलिन लुनिया डायरेक्टर छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज धनोरा, डॉ. वासुदेव रहेजा, ज्योति रहेजा, डॉ. मानसी गुलाटी, हशमत तेजवानी, अटल गोदवानी सहित बड़ी सं या में नगरवासी उपस्थित थे।