कोरिया
संसदीय सचिव ने दिखाई हरी झंडी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 20 अक्टूबर। कोरिया पुलिस द्वारा लोगों के बीच में नशे के खिलाफ जनजागरूकता के लिए 19 अक्टूबर को मुख्यालय बैकुण्ठपुर में सायकल रैली का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन को संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सायकल रैली में कलेक्टर श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह, जिला पंचायत सीईओ कुणाल दुदावत, एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह, एसडीएम ज्ञानेन्द्र सिंह ठाकुर और कई समाजिक संगठनों, अधिकारी कर्मचारियों के साथ काफी संख्या में छात्रों ने सायकल रैली में हिस्सा लिया।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिलामुख्यालय में निजात अभियान के तहत सायकल रैली का आयोजन किया गया, जिसमें 14 वर्ष से अधिक उम्र से सभी लोगों ने हिस्सा लिया। जिसके तहत आयोजित सायकल रैली कार्यक्रम में एनसीसी कैडेंट्स, छात्राओं के साथ चिकित्सक, अधिकारी, कर्मचारी के साथ आमजनों ने आयोजित सायकल रैली में सायकल चलाई।
कलेक्टर से लेकर छात्रों ने सायकल चलाकर रक्षित केंद्र बैकुंठपुर से झुमका बांध तक पहुंचें, सायकल रैली 10 बजे से शुरूआत होने निर्धारित किया गया था, लेकिन लगभग एक घंटे विलंब से शुरू हुआ। इस दौरान हल्की बारिश शुरू हो गयी थी और भीगते पानी के बीच में लोगों ने सायकल उत्साह के साथ चलाया। आयोजित सायकल रैली में जिला चिकित्सालय में पदस्थ वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बंसरियां ने नई सायकल खरीदी थी। आयोजित रैली में छात्राओं व एनसीसी कैडेट्स की संख्या अधिक रही।
मंच पर नहीं चढ़ी संसदीय सचिव
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव सायकल रैली आयोजन की मुख्य अतिथि थीं, कार्यक्रम के लिए मंच तैयार किया गया था, परंतु श्रीमती सिंहदेव ने मंच पर चढऩे से मना कर दिया, जिसके बाद कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों ने मंच से किनारा कर मंच के नीचे कुर्सियों पर बैठे और वहीं से नशे के खिलाफ अभियान को सफल बनाने की अपील की।
दरअसल, कोरिया के विभाजन के विरोध में संसदीय सचिव श्रीमती सिंहदेव ने यह कहते हुए मंच पर नहीं चढऩे की कसम खाई कि कोरिया के विभाजन के तहत जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के साथ न्याय होगा, और उन्हें जनता ने इस पद पर बिठाया है, जब तक जनता उन्हें नहीं कहेगी वो मंच पर नहीं चढ़ेगी।
सायकल रैली में एनसीसी अधिकारी मोटर सायकल से
निजात अभियान के तहत कोरिया पुलिस द्वारा आयोजित सायकल रैली में जहां कई एनसीसी कैडेट्स सायकल से भीगते हुए सायकल रैली में शामिल हुए, वहीं एनसीसी अधिकारी एनसीसी कैडेट्स के पीछे पीछे बाईक से सायकल रैली में शामिल हुए।