कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 22 अक्टूबर। गोंगपा ब्लाक सोनहत ईकाई के ब्लाक अध्यक्ष महिला मोर्चा व कार्यालय प्रभारी ने सोनहत क्षेत्र की बहुचर्चित मांगों एवं शिकायतों को लेकर प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम सोनहत को ज्ञापन सौंपकर जल्द निराकरण की मांग की है।
सौंपे गये ज्ञापन में सोनहत जनपद क्षेत्र के वन ग्राम लोलकी में कई एकड़ फसलों का न्यूनतम समर्थन दर, फसल बीमा का लाभ, जंगली जानवरों से किये गये नुकसान की क्षतिपूर्ति नहीं मिल पाने के साथ ही लगभग 50 परिवारों के किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि, किसानों को न्यूनतम दर पर खाद बीज, कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी किसान कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने की जानकारी दी गयी। साथ ही किसानों के हित में वन ग्राम लोलकी को राजस्व ग्राम में शामिल किये जाने की मांग की गयी।
छतरंग पहुंच मार्ग कुछ ही दिनों टूटा
गोगपा ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि सोनहत क्षेत्र से छतरंग मार्ग 20 किमी पक्की सडक़ करोड़ों की लागत से बनाई गयी, जो बनने के कुछ ही दिनों में टूट गयी। इस सडक़ के बनने से 20 गांव एवं 7 हजार ग्रामीणों का रास्ता है। इस सडक़ का निर्माण करने में एक ओर डामरीकरण हुआ और दो तीन दिनों में टुटने लगी थी। सीधे मिट्टी की परत पर डामरीकरण कराया गया था। घटिया निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने का आश्वासन दिया गया था किन्तु सडक सुधार नही किया गया जिससे ग्रामीणों को किसी तरह का सडक सुविधा का लाभ नही मिल पा रहा है। सडक मात्र एक दो माह में पूरी तरह टूट गया। जबकि इस मार्ग पर भारी वाहनो का आवागमन भी नही होता। ज्ञापन में बताया गया कि सडक निर्माण के एक वर्ष बाद मरम्मत का कार्य कराया गया जिसमें पूर्व की भांति अत्यंत घटिया कार्य कराया गया। उक्त सडक निर्माण की जॉच करते हुए दोषीअधिकारियों ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही की मॉग की गयी।
रेत कारोबारियों के खिलाफ
मारपीट की शिकायत
गोगपा ने एसडीएम को सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया है कि सोनहत क्षेत्र में एक रेत खदान की स्वीकृति ग्राम सभा फर्जी प्रस्ताव के आधार पर की गयी है जिसमें रेत के ठेकेदार मप्र एवं पंजाब से आकर स्थानीय ग्रामवासियेां वाहन चालक, परिचालक संलग्न मजदूरों के साथ आये दिन मारपीट करते हैं। बंदूक दिखाकर गोली मारने की धमकी दी जाती है। जिस पर उचित कार्यवाही की मांग की गयी।
20 गांवोंं के ग्रामीणों का विस्थापन
नहीं कराया जाये
ज्ञापन में गोगपा पदाधिकारियों ने उल्लेख किया है कि सोनहत क्षेत्र के गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में शामिल 20 गांव जो कि आजादी के पूर्व से ग्रामीण वहां निवासरत हैं। इनके पूर्वज प्रतिकूल परिस्थितियों में रहे ऐसी स्थिति में सभी ग्रामवासी किसी भी परिस्थिति में गांव छोडऩे केा तैयार नहीं है।
ज्ञापन में बताया गया है कि वे पिछले कई वर्षो से जंगली जानवरों के साथ रहे है और हमें आगे भी किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। शासन ने अपने स्तर से टाईगर रिजर्व में बाघों को पालने की कार्यवाही करे जिससे हमें केाई परेशानी नही है। क्षेत्र के शत प्रतिशत ग्रामीणों का विस्थापन नही किये जाने की मांग की गयी।
जब्त खाद सोनहत समिति को दी जाये
ज्ञापन में गोगपा पदाधिकारियों ने उल्लेख किया है कि वर्ष 2019-20 में सहकारी समिति सोनहत से लगभग 7 सौ बोरी खाद चोरी हुआ था जिसमें खाद चोरी के आरोपियो को जेल भेजा गया लेकिन जप्त खाद को आज तक समिति सोनहत को वापस नहीं हुआ है। जिसे वापस करने की मांग की गयी जो कि किसानों के हित में होगा। उक्त मांगों पर 30 दिवस के भीतर उचित कार्यवाही नही होने पर गोगपा उग्र प्रदर्शन व जन आंदोलन चलाने की बात कही।