बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 23 अक्टूबर। इस बार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 24 अक्टूबर को करवाचौथ का पर्व मनाया जाएगा। पांच साल बाद करवाचौथ पर इस साल शुभ योग बन रहा है, क्योंकि इस साल रोहिणी नक्षत्र में करवाचौथ पूजन किया जाएगा। वहीं रविवार होने की वजह से सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद प्राप्त होगा।
शास्त्रों में वर्णन है कि इस व्रत के प्रभाव से स्त्रियों को पति की दीर्घायु, सुख समृद्धि एवं स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है। अविवाहित कन्याएं मनचाहा या श्रेष्ठ वर प्राप्ति के लिए भी इस व्रत को रखती हैं। इस वर्ष यह व्रत 24 अक्टूबर रविवार के दिन रोहिणी नक्षत्र एवं अपनी उच्च राशि वृषभ में चंद्रदेव के भ्रमण के समय किया जाएगा।
रविवार को करवाचौथ का व्रत 5 साल बाद पड़ रहा है। इससे पहले 2017 में करवाचौथ रविवार को पड़ा था। इस दिन शिव-पार्वती, गणेश कार्तिकेय के साथ-साथ चंद्रदेव की पूजा का विधान है। रविवार के दिन एवं अपनी उच्च राशि में चंद्रमा के रहते हुए इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
बलौदाबाजार में 24 अक्टूबर को चंद्रोदय का समय रात 8.09 मिनट का रहेगा। इस समय चंद्र को अर्घ्य देकर व्रती महिलाएं अपने व्रत का पारण करेंगी। पूजन का विशेष शुभ मुहूर्त प्रदोष बेला में शाम 5.37 बजे से चंद्रोदय के समय तक रहेगा।
सूर्य का वार होने से व्रत का महत्व अधिक
पं. धनेश्वर प्रसाद शास्त्री के अनुसार करवाचौथ के व्रत में चंद्रमा की विशेष प्रधानता रहती है। चंद्रदेव के उच्च राशि में स्थित रहने से एवं चतुर्थी के दिन भगवान सूर्य का वार रहने से इस व्रत की महत्वता अधिक है। इसके साथ ही शाम को प्रदोष बेला के समय मेष लग्न में शश नामक पंच महापुरुष योग की भी निष्पत्ति हो रही है। ऐसे विशेष योग में पूजा करने से स्वास्थ्य लाभ, दीर्घायु की प्राप्ति, घर में सुख-शांति एवं राज्य कृपा की प्राप्ति के साथ आय के साधनों में भी वृद्धि होगी।