राजनांदगांव
शिक्षक हो रहे मानसिक रूप से प्रताडि़त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी एवं प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि इन दिनों दिखावे के नाम पर शिक्षा में हो रहे नित नए प्रयोग और नए-नए नवाचार महज एक प्रचार मात्र हैं। इन नए प्रयोगों के चलते शिक्षक स्वतंत्र होकर अच्छी मानसिकता के साथ अपने विद्यार्थियों को अध्यापन नहीं करवा पा रहे हैं।
आगे कहा कि नए-नए प्रयोगों से दस्तावेजीकरण, बिना मतलब के गूगल फार्म भरना, ऑनलाइन एंट्री करना जैसे दिखावे के चलते शिक्षक मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं। विभिन्न शिक्षक संगठनों ने ऐसे गलत प्रचारित नवाचार को शिक्षा के लिए महज एक दिखावा व बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडऱेशन ने मांग की है कि विभाग को नित नए प्रयोगों को बंद करके शिक्षकों को पढ़ाने के लिए थोड़ा समय दिया जाए, ताकि विगत 2 वर्षाों से हुए कोविड-19 के कारण शिक्षा की हानि को पूर्ण किया जा सके।
छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन राजनांदगांव के जिला अध्यक्ष मुकुल साव, जिला महामंत्री पीआर झाड़े, सदस्यगण बृजभान सिन्हा, एफआर वर्मा, वायडी साहू, जनक तिवारी, संजीव मिश्रा, भूषणलाल साव, नरेश कुमार दुबे, बिशाल खरे, रंजीत सिंह कुंजाम, जितेन्द्र बघेल, संगीता ब्यौहरे, नीलू झाड़े, सीमा तरार, अभिशिक्ता फंदियाल, मालती टंडन, सीएल चंद्रवंशी, पीएल साहू, देवचंद बंजारे, शिवप्रसाद जोशी, सुधांशु सिंह, विरेन्द्र रंगारी, नितेश मेश्राम, रमेश कुमार साहू, सुखराम खोब्रागढ़, सिद्धेश्वरी वर्मा, ईश्वर टंडन, अब्दुल कलीम खान, सोहन निषाद, मुकेश शुक्ला, हेमंत पांडेय, एचके सोनसारवां, बीके गुप्ता एवं साथियोंं ने भी छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन की इस मांग का समर्थन किया है।