कोरिया
ज्यादातर दवाईयां नहीं हुई है कालातीत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 अक्टूबर। जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत बुढार में संचालित आदिवासी आश्रम के बगल से जाने वाली सडक़ पर सूनसान स्थान पर काफी मात्रा में कई तरह के दवाईयों को असुरक्षित तरीके से फेंक कर उसमें आग लगा दी गयी, लेकिन वह पूरी तरह से नहीं जल पाई। ज्यादातर दवाईयां ऐसी हंै, जिनकी कालातीत (एक्सपाईरी डेट) अभी पूरी नहीं हो पाई है। ग्रामीणों की माने तो इतनी मात्रा में दवाईयां किसी सरकारी अस्पताल की हो सकती है।
जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर से लगभग 7 किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत बुढार में मुख्य मार्ग पर स्थित आदिवासी आश्रम के बगल से एक रास्ते के सूनसान स्थान पर बड़ी मात्रा में दवाईयों को खुले में फेंक कर आग लगायी गयी है, लेकिन दवाईयां आग में पूरी तरह से नहीं जल पाई।
कुछ लोगों के द्वारा जब फेंकी गयी दवाईयों के रेंपर को उठाकर देखा गया तो पता चला कि कई दवाईयां तो एक्सपायर भी नहीं हुई है। रेपर में दो माह पूर्व ही निर्मित होना दर्शित किया गया है। इन दवाईयों को भी जिम्मेदारों के द्वारा उपयोग के लिए रखने की बजाय बाहर फेंक दिया गया।
ग्रामीणों की माने तो आसपास के किसी सरकारी अस्पताल की दवाईयां हो सकती हैं, क्योंकि जिस स्थान पर दवाईयां पड़ी हुई है, उसके आसपास एक सूखे कुएं में भी कुछ दिन पूर्व काफी मात्रा में बोरे में भरकर दवाईयों फेंकी गई थी। वहीं दवाईयों में ज्यादातर आयरन की दवाईयां देखी जा रही है, इस तरह की दवाईयां बच्चों को दी जाती है।
कुछ का कहना है कि हो सकता है कि आश्रम के बच्चों को उक्त दवाईयां दी गयी होगी, लेकिन आश्रम के जिम्मेदार के द्वारा उपयोग में आने वाली दवाईयों को भी सहेज के रखने की बजाय आग के हवाले कर दिया गया।