बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 अक्टूबर। बलौदाबाजार ग्राम सुहेला सिमगा ब्लॉक के अंतर्गत छोर पर बसे ग्राम नेवारी से गाडाभाटा के बीच लगभग 3 किलोमीटर सडक़ खराब होने से लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा। ग्रामीण 30 सालों से सडक़ की मांग कर रहे हैं पर अब तक नहीं बनी। लोगों ने शासन प्रशासन से शीघ्र सडक़ निर्माण की मांग की है।
रास्ता खराब होने के बावजूद इसी मार्ग से होकर देवसुंदरा, धिरधोला, परसवानी, सकरी, टीला आदि गांव के डेढ़ सौ से अधिक ग्रामीण अल्ट्राट्रेक सीमेंट रवान समेत अन्य संयंत्रों में काम करने जाते हैं। बारिश के दिनों में मार्ग की हालत इतनी खराब हो जाती है कि पैदल चलना भी दूभर हो जाता है इसके चलते लोगों को लगभग 20 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर सरकीपार, साराडीह, भोथाडीह, तिल्दा बांधा से होकर रवान संयंत्र आना जाना पड़ता है।
गाढ़ाभाटा से संयंत्र में काम करने जा रहे मुन्ना लाल साहू, भगवती यादव, दशरथ यादव और सर की पार के धनवार यादव ने बताया कि मार्ग खराब होने साइकिल वह बाइक कहीं पर भी घर जाते हैं, जबकि चार पहिया वाहन चल नहीं पाता, जिससे बारिश और डिलीवरी पेशेंट को शहर ले जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इसी मार्ग पर गांव से लगभग आधा किलो मीटर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ 1 किलोमीटर में ही गांव का श्मशान घाट है, जबकि डेढ़ किलोमीटर दूर पंचायत द्वारा गठान का निर्माण किया गया है।
सरपंच अनिता घनश्याम साहू, हितेश्वर साहू, उपसरपंच प्रेमी माकन सेन सहित ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीण पिछले 25 से 30 वर्षों से सडक़ निर्माण की मांग कर रहे हैं। इसी बीच कई सांसद विधायक जिला और जनपद पंचायत अध्यक्ष आए और चले गए परंतु बलौदाबाजार और कसडोल विधानसभा तथा सिंगर और पलारी विकासखंड के बीच स्थित इस मार्ग की सुध किसी भी जनप्रतिनिधि ने नहीं ली और न तो लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदाबाजार पीएमजेएसवाई और पीएमजेएसवाई के अधिकारी भी इस मार्ग को अपना मानने से ही इंकार कर रहे हैं।
सडक़ निर्माण के लिए 2018 में बनाया गया था स्टीमेट
सरपंच प्रतिनिधि घनश्याम साहू ने बताया कि उक्त मार्ग के लिए पीएमजीएसवाई विभाग द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ एवं विकास योजना के तहत 2018 में एक करोड़ 82 लाख 60 हजार रुपये का स्टीमेट बनाया गया था। इसके बाद प्रक्रिया आज तक आगे नहीं बढ़ी है। इसी मार्ग पर किसान के सौ से डेढ़ सौ एकड़ भूमि है बारिश में किसानों का सडक़ पर चलना मुश्किल हो जाता है। अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र द्वारा सांसद सुनील सोनी के निर्देश पर भी ट्रस्ट बिछाया गया है, जो अभी से डरने लगा है और धान बुझा ढुलाई में स्स्थिति फिर जस का तस होने की आशंका है।
स्टीमेट वापस आ गया-इंजीनियर
लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदा बाजार के इंजीनियर शिवनाथ कुर्रे ने बताया कि उन्होंने स्वयं सुगम सडक़ योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्र तक के लिए स्टीमेट बनाकर भेजा था, जो वापस आ गया है। जब तक लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदाबाजार द्वारा इसमें निर्माण नहीं कराया जाएगा यह धरसा ही कहा जाएगा।