बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 25 अक्टूबर। कसडोल विकासखण्ड के कई गांवों में हाथियों की मौजूदगी से दहशत है। हल्के किस्म के जल्द पकने वाली धान काटने लायक हो गया है। किंतु हाथियों के अचानक पहुंचने की दहशत किसानों में बनी हुई है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अभ्यारण्य कोठारी पवन सिन्हा ने 18 हाथियों के होने की पुष्टि की है, जो कई दलों में बंटकर किसान को परेशान किया हुआ है। 14 हाथियों का दल पिछले शनिवार को बिलाईगढ़ परिक्षेत्र के मलुहा सलिहा के पास देखा गया था, जो अर्जुनी परिक्षेत्र के जंगल में जाने कि खबर थी। यही 14 हाथियों का दल जिसमें 6 दंतैल 6 मादा तथा 2 शावक हैं। अर्जुनी परिक्षेत्र के ग्राम बिलारी के गांव के सटे राजस्व खेतों को बर्बाद किया है। उक्त दिवस को हाथियों ने 35 वर्षीय एक युवक को सूंड में उठाकर पटक दिया था। भारी संख्या में लोगों के हो हल्ला की वजह से पैरों में कुचलने के बजाय जंगल की ओर भाग गया। गम्भीर हालत में बिलासपुर रिफर किया गया है। जिसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है।
इधर उप वन मंडल अधिकारी कसडोल विनोद सिंह ठाकुर से मिली जानकारी के अनुसार 24 अक्टूबर को एकमात्र दंतैल सोनाखान परिक्षेत्र के सटे जंगल के गांव चनहॉट में गांव से सटे बांधा तालाब के पास देखा गया है, जो बीट गार्ड के आवास के पास पहुंच गया था।
श्री ठाकुर ने बताया कि उक्त हाथी नवागांव वन विश्राम की ओर कुछ कर गया है। उपवनमण्डल अधिकारी के अनुसार बिलारी में आया हाथी अर्जुनी परिक्षेत्र के सराईपाली सिरमाल के जंगल में डेरा डाला हुआ है। जिसके लिए आसपास के ग्रामों को सतर्क कर दिया गया है।
चनहाट के ग्रामीणों पुनीराम यादव सुरित बरिहा कीर्तन आदि का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से 2 हाथी लगातार गांव के समीप पहुंच रहा है, जिसमें एक हाथी को देखा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि एक और हाथी इसी जंगल बीट क्रमांक 252 में होने की आशंका है। 18 हाथियों में से शेष 2 हाथी को बार नवापारा एवं परिक्षेत्र लवन के जंगल में होने की जानकारी है। जो कहीं न कहीं ग्रामों में पहुंचकर फसल को बर्बाद कर रहा है।
श्री ठाकुर के अनुसर सभी परिक्षेत्रों के रेंजरों को मुआवजा प्रकरण तैयार करने का निर्देश दिया गया है।