राजनांदगांव
सूखत से हो रहे घाटे की भरपाई और समिति के कर्मियों को सहकारी बैंक में पदोन्नत की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 अक्टूबर। धान खरीदी के दौरान समितियों को हो रहे आर्थिक नुकसान समेत कर्मचारियों के पदोन्नति जैसे अन्य मुद्दे को लेकर सोमवार को जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने एक दिवसीय धरना दिया।
पांच सूत्रीय मांग को लेकर समिति के पदाधिकारियों ने राज्य सरकार से सूखत और धान उठाव में देरी से हो रहे आर्थिक नुकसान की भरपाई की मांग करते कहा कि समितियों का कमीशन ऐसी स्थिति में नहीं काटा जाना चाहिए। नियम-शर्तों के आधार पर समितियां धान खरीदी करती है। ऐसे में उठाव और सूखत के मामले में समितियों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। लगातार दो साल से घाटा होने से समितियां नीचे जा रही है।
संघ ने राज्य शासन से मांग करते कहा कि कई कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन अप्राप्त है। इस कारण संघ द्वारा धान खरीदी कार्य का बहिष्कार करते असहयोग आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। समितियों को समय पर ब्याज अनुदान नहीं मिलने व धान खरीदी कमीशन नहीं मिलने से खरीफ 2021-22 धान खरीदी तैयारी के लिए राशि नहीं है। प्रांतीय संगठन द्वारा लंबित पांच सूत्रीय मांगों की पूर्ति के लिए पूरे प्रदेश के कर्मारियों द्वारा 9 दिन का अनिश्चितकालीन आंदोलन करते विधानसभा का घेराव कर छग शासन का ध्यान आकर्षणकराया गया था। फलस्वरूप विधानसभा सत्र में धान खरीदी में सूखत सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होने के उपरांत छग शासन में सहकारिता विभाग एवं खाद्य विभाग के संयुक्त उप मंत्रिमंडल की कमेटी की बैठक में प्रांतीय संगठन के पदाधिकािरयों को आमंत्रित कर पांच सूत्रीय मांगों पर सकारात्मक चर्चा कर पहल करने का आश्वासन दिया गया था।
8 से अनिश्चितकालीन हड़ताल
संघ ने कहा कि मांगों पर आदेश नहीं होने पर प्रांतीय संगठन के आह्वान पर 8 नवंबर से जिले के समस्त कर्मचारीगण सामुहिक अवकाश लेकर बूढ़ा तालाब रायपुर में अनिश्चितकालीन आंदोलन में शामिल होंगे। जिससे धान कृषक पंजीयन धान ख्ररीदी की तैयारी, राशन वितरण आदि कार्य प्रभावित होंगे। जिनकी संपूर्ण जिम्मेदारी छग शासन की होगी।