सरगुजा
अम्बिकापुर, 25 अक्टूबर। लुण्ड्रा विकासखण्ड के डुमरडीह सेक्टर अंतर्गत दुर्गम ग्राम जटासेमर के पहाड़ी कोरवाओं के बीच महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम सोमवार को पहुंची। टीम के द्वारा पहाड़ी कोरवा परिवार के एक-एक हितग्राही से आंगनबाड़ी से मिलने वाली विभिन्न पूरक पोषण आहार तथा विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं के लाभ लेने के संबंध में पूछ-ताछ की गई। इस दौरान टीम के द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवार के हितग्राहियों को शासन की योजनाओं की जानकारी देकर अधिक से अधिक लाभ उठाने हेतु जागरूक किया गया।
जिला महिला बाल विकास अधिकारी बसंत मिंज ने बताया कि कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार दूरस्थ ग्राम जटासेमर के पहाड़ी कोरवा परिवारों की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज 28 बच्चों में से 10 बच्चे कुपोषित हैं जिन्हें अण्डा दिया जा रहा है। कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि समूह के द्वारा सात दिनों का अण्डा गर्भवती, शिशुवती एवं कुपोषित बच्चों के लिए दिया गया। इसके साथ ही मांग के अनुसार समूह द्वारा गरम भोजन की सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। श्री मिंज ने बताया कि भौतिक सत्यापन के दौरान ग्रामवासियों ने भी आंगनबाड़ी केन्द्रों से मिलने वाली पूरक पोषण आहार एवं गरम भोजन मिलने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सभी हितग्राहियों को बेहतर स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ कुपोषण एवं एनीमिया से बाहर निकालने का संकल्प लिया गया।
ज्ञातव्य है कि लुण्ड्रा विकासखण्ड मुख्यालय से करीब 28 किलोमीटर पहुंचविहीन क्षेत्र की अधिकांश जनसंख्या पहाड़ी कोरवाओं की है जो अशिक्षा एवं जागरूकता की कमी के कारण शासन की योजनाओं का लाभ उठाने में पीछे हैं।