राजनांदगांव
राजनांदगांव, 26 अक्टूबर। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव के रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में गत दिनों विद्यार्थियों में जनजागरूकता के तहत एड्स/एचआईवी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डॉ. आईआर सोनवानी के मार्गदर्शन एवं रासेयो अधिकारी डॉ. एसआर कन्नौजे के निर्देशन में किया गया।
रासेयो अधिकारी डॉ. कन्नौजे ने कहा कि एड्स केवल 4 कारणों से ही फैलता है- असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई, संक्रमित खून चढ़ाने से, संक्रमित गर्भवती माता से उनके बच्चे को। यदि हम इन कारणों से बच जाए तो हम इस रोग से बच सकते हैं। एड्स हो जाने पर जो लक्षण दिखाई देते हैं, उनमें लगातार खांसी आना, चमड़ी पर संक्रमण, ग्लैंडस का बढऩा, बार-बार दस्त, मुख में खुजली, भूख न लगना, वजन में कमी, पसीना आना प्रमुख है। एचआईवी पॉजेटिव व एड्स में अंतर को बताया।
डॉ. एलिजाबेथ भगत ने कहा कि यह रोग अज्ञानता, अशिक्षा व लापरवाही के कारण तेजी से फैल रहा है, पलायन करने वालों का इस रोग को फैलाने में प्रमुख योगदान है। यह वायरस शरीर में उसी तरह रहता है जैसे धरती के अंदर पानी।
डॉ. फुलसो राजेश पटेल ने कहा कि हम संयम बरतें, हमेशा डिस्पोजल निडिल का उपयोग करें, एचआईवी टेस्ट कराकर ही खून चढ़ाए, जनजागरूकता फैलाएं, एड्स का मतलब जिंदगी का अंत नहीं है। सभी लोगों को एड्स विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओ को समझने और बचाव के लिए प्रयास करने चाहिए। नैतिक शिक्षा व शिष्टाचार को अपनाएं। पीडि़तों के प्रति समाज में मानवीय दृष्टिकोण रखें, एड्स से डरना नहीं लडऩा होगा।