दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 26 अक्टूबर। कोरोना संक्रमण के बाद शुरू हुए कलेक्टर जनदर्शन के दौरान सोमवार को कुल 60 आवेदन प्राप्त हुए. इनमें बेजा कब्जा पर रोक लगाने, तालाब की सफाई, कोरोना संक्रमण से मृत व्यक्तियों के परिजनों द्वारा मुआवजा की मांग, किसानों से जुड़े मुद्दे, पेंशन आदि से संबंधित मांग प्रमुख रूप से शामिल थे। वहीं कुछ आवेदन विकास कार्यों की मांग से संबंधित था।
पूर्व में कलेक्टर जनदर्शन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लगता था, मगर पुन: शुरू किया गया कलेक्टर जनदर्शन कलेक्टर कार्यालय से ही संचालित हुआ, जहां आवेदन करने आए लोगों को भीड़ की वजह से सुविधाओं को भी सामना करना पड़ा। वहीं आवेदकों को टोकन वितरण के लिए पृथक से काउंटर की व्यवस्था नहीं होने के कारण शिकायत शाखा के कर्मचारी आवेदकों के बैठने के लिए लगाए गए बेंच पर ही बैठकर टोकन वितरण करते रहे, जिससे आवेदकों को टोकन कहां से लेना है यह भी समझ नहीं आ रहा था।
कई आवेदकों ने कहा कि पूर्व की भांति कलेकटेरेट सभाकक्ष में ही जनदर्शन का आयोजन होना चाहिए। ग्राम ढौर निवासी कृषक शिव कुमार ढीमर ने आवेदन कर 10 साल का मुआवजा देने की मांग किया है। उन्होंने बताया कि एसीसी जामुल ओवर बर्डन के सिल्ट की वजह से नाले का बहाव प्रभावित हो गया है, जिसकी वजह से नाले के पास स्थित उनके खेत में जलभराव हो जाता है। उन्होंने कहा की वे पिछले 10 सालों से हर साल आवेदन जमा करते आ रहे हैं मगर कार्रवाई शून्य हैं। मामले में मु यमंत्री को भी आवेदन दिया गया है जहां से अवगत कराया गया है कि कलेक्टर को उनका आवेदन भेज दिया गया है। कृषक ने कंपनी पर कार्रवाई एवं 10 साल की फसल का मुआवजा देने की मांग की है।
इसी प्रकार दुर्ग शहर के निवासी धनीराम साहू बीते तीन महीनों से किसी कारण से उनके बैंक खाते में पेंशन राशि नहीं आने की शिकायत की है। कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को मौके पर ही निर्देशित कर तकनीकी दिक्कत दूर कर राहत देने के निर्देश दिए। बोरसी में वरिष्ठ नागरिकों के एक समूह ने कलेक्टर से मिल कर बताया कि बोरसी में सडक़ के मर मत किए जाने की जरूरत है और साथ ही स्ट्रीट लाइट भी बेहतर करने की जरूरत है। एक आवेदन में कोरोना से अपने बेटे को खो चुकी माता उषा वासनिक ने आपदा मोचन निधि से अनुग्रह राशि देने की मांग की। कलेक्टर ने उन्हें बताया कि उनका आवेदन ले लिया गया है। आवेदनों पर प्रक्रिया अनुसार कार्रवाई की जा रही है। भिलाई 3 शांति नगर के रहवासियों ने अतिक्रमण का आम रास्ता को बंद किए जाने की शिकायत की है। इसी प्रकार लोकेश साहू ने हुडको में भी आने जाने के मार्ग को अवैध निर्माण कर अवरुद्ध किए जाने की शिकायत की।
उन्होंने बताया कि निगम द्वारा तीन बार नोटिस के बावजूद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। पूर्व में भी उनके द्वारा इस संबंध में जिला प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है। वहीं निखिल साहू ने शीतला तालाब जुनवानी का कचरा एवं जलकुंभी से पट जाने की बात कहते हुए इस एकमात्र निस्तारी तालाब की तत्काल सफाई कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि तालाब को भरे जाने वाले नहर का गंदा पानी के नाले से संपर्क है, जिसकी वजह से तालाब का पानी गंदा हो गया है। कलेक्टर ने डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आवेदनों के संबंध में संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।