गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 28 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के तत्वधान में जिला गरियाबंद मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा बैठक 25 अक्टूबर को कृषि विभाग के सभाकक्ष में सम्पन्न हुआ। राज्य मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एमआर निषाद की अध्यक्षता, मत्स्य महासंघ के डायरेक्टर समलू निषाद और दिनेश फुटान व रामनारायण आदित्य के विशेष आतिथ्य में बैठक आयोजित की।
श्री निषाद ने कहा कि नील क्रांति योजना के अंतर्गत नवीन तालाब निर्माण कर इसका लाभ मछुआरों को लेना चाहिए परंतु मछुआरे इसका लाभ नहीं ले रहे हैं क्षेत्र में स्वयं की जमीन पर मछली पालन हेतु यहां के किसान आगे आ रहे हैं। जिसका त्वरित कार्यवाही कर तालाब बनाने का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने मछुआरों से अनुरोध किया और उदाहरण देकर बताया कि यहां के कृषक बालचंद ग्राम कुम्ही ने 1 हेक्टेयर क्षेत्र में तालाब निर्माण कर 8 लाख 50 हजार रूपये की आमदनी प्राप्त किया है। परमेश्वर धु्रव ग्राम मडेली को पहले 50 हजार रुपए आमदनी होती थी। मछली पालन विभाग के मार्गदर्शन से प्रेरित होकर 1 हेक्टेयर क्षेत्र में तालाब निर्माण कार्य कर उसमें पंगेशियस सूची, मोनोसेक्स तिलापिया, मेजर कार्प मछली का पालन किया गया। जिसमें मात्र 7 महीने में 5 लाख की आमदनी प्राप्त किया। इसी प्रकार पूर्णिमा साहू निवासी किरवई नील क्रांति योजना के अंतर्गत नवीन तालाब निर्माण के तहत 1.500 हेक्टेयर क्षेत्र में तालाब निर्माण कर तिलापिया मछली एवं पंगेशियस सूची का पालन किया मात्र 9 महीने में 10 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त किया।
श्री निषाद ने कहा कि हमारे मछुआरे साथी भी यह लाभ प्राप्त कर सकते हैं सिर्फ शासकीय तालाब तक ही सीमित न रहे, फसल के अपेक्षा मछली पालन में अधिक आय है, सभी मछुआरों को अपनाना चाहिए। उन्होंने समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मछुआरों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। जहां-जहां जल क्षेत्र अधिक है वहां मछुआरों की नई समिति का पंजीयन कर मछुआरों को लाभ पहुचाए। मछली विभाग के सहायक संचालक मधु खाखा ने बताया की पूर्व में प्राप्त सभी आवेदन का निराकरण कर दिया गया है।
इस अवसर पर जनपद पंचायत फिंगेश्वर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नरसिंह धु्रव, गरियाबंद जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कृष्ण कुमार डेहरिया, छुरा के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुरेशी, उप संचालक जिला पंचायत गरियाबंद कु.पद्मनी हरदेव तथा जिले के सभी मछुआ सहकारी समिति के अध्यक्षगण व मछुआ महासंघ के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।