धमतरी
बाल कलाकार हुए पुरस्कृत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 6 नवंबर। हमारे पूर्वजों द्वारा विभिन्न अवसरों के लिए बनाई गई परंपराएं जिन्हें आज हम सब मिलकर भाई चारे के साथ मनाते हैं, वास्तव में यह परंपराएं ही लोगों को एकता के सूत्र में बांधे रखती है और इसी एकता व आपसी सामंजस्य के फलस्वरुप किसी भी गांव का विकास संभव होता है। उक्त बातें हल्बा समाज के संभागीय अध्यक्ष मोहन पुजारी ने शुक्रवार को सिहावा विधान सभा क्षेत्र के ग्राम उमरगांव में ग्राम सुरक्षा समिति द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह एवं गोवर्धन पूजा के अवसर पर उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए कही।
दीपावली मिलन समारोह पर ग्राम के छोटे-छोटे बाल कलाकारों के द्वारा मनमोहक सुआ नृत्य एवं विभिन्न प्रकार के रिकॉर्डिंग डांस की प्रस्तुति दी। इसके बाद शीतला पुजारी के द्वारा पूजा-पाठ कर बछड़े को खिचड़ी खि़लाकर बैल के खुर से गोवर्धन खुन्दाने की रस्म पूरी की गई। साथ ही यादव बंधुओं के द्वारा पारंपरिक दोहा एवं गीतों के माध्यम से बाजे की धुन में नृत्य करते हुए लोगों को भाईचारा एवं एकता का संदेश देते हुए दीपावली एवं गोवर्धन पर्व की बधाई दी। इसके पूर्व ग्राम सुरक्षा समिति द्वारा भगवान कृष्ण, बलराम, सुदामा एवं बाल सखाओं का भेष धारण कर शोभायात्रा निकाल कर गोवर्धन भाठा कार्यक्रम स्थल में पहुंचे। दीपावली मिलन समारोह में ईश्वर पटेल जनपद सदस्य, मोहन पुजारी हल्बा समाज संभागीय अध्यक्ष, लीलाशंकर सूर्यवंशी प्राचार्य, उत्तम साहू अधिवक्ता धमतरी, केआर ठाकुर, धनीराम साहू, घनश्याम नाग शिक्षक, बलराम साहू शिक्षक सहित आमंत्रित अतिथि गण उपस्थित थे। सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया एवं अतिथियों ने अपने उद्बोधन में पर्व की बधाई देते हुए लोगों को गांव के विकास के लिए आगे आने की बात कही। अतिथियों ने बाल कलाकारों को पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम सुरक्षा समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार मारकोले, उपाध्यक्ष लखन पुजारी, सचिव जनकलाल साहू, कोषाध्यक्ष मंशा राम सोम, अंगेश हिरवानी, देवेन्द्र सेन, हेमंत ठाकुर, डिकेश्वर साहू, सीताराम ध्रुव, विष्णुशेष, चंद्रभान यादव, सुभाष यादव कोमल यादव, भुनेश्वर यादव, गौतम यादव, दिनेश यादव, अमन यादव, सुरेश मरकाम शीतला पुजारी सहित सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस कार्यक्रम को आनंद लेने ग्राम के महिला-पुरुष एवं बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित होकर आतिशबाजी कर एवं एक-दूसरे को बधाई देकर कार्यक्रम का आनंद लिए।