बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 नवंबर। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में विचरण कर रहे 14 हाथियों का झुंड बेलगहना होते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व इलाके में पहुंच गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने 15 किलोमीटर के दायरे में गांवों को अलर्ट कर दिया है।
ज्ञात हो कि अमारू के जंगल में बीते दिनों जीपीएम जिले के पुलिस अधीक्षक, उनकी पत्नी और कुछ ग्रामीण इन्हीं हाथियों के द्वारा दौड़ाये जाने के कारण जख्मी हो गए थे। पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल का इस समय भी इलाज चल रहा है।
14 हाथियों का दल 1 सप्ताह पहले कटघोरा वन मंडल के पसान से होते हुए मरवाही इलाके में घुसा था। वहां अलग-अलग बीट में विचरण करने और बड़ी मात्रा में फसलों को तबाह करने के बाद यह दल बेलगहना के मोहाली बीट से होते हुए अचानकमार पहुंचा है। 2 दिन तक हाथियों का झुंड भनवारटंक बीट के पास घूम रहा था, जहां से रेल की पटरी भी गुजरती है। शनिवार की दोपहर को यह झुंड लमनी पहुंच गया। अचानकमार अभयारण्य के भीतर कई गांव हैं जहां के लोगों में हाथियों की आमद होने की खबर से दहशत बनी हुई है।
वन विभाग व अचानकमार टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने कोटा और लोरमी क्षेत्र के उन गांवों में जो जंगल के नजदीक है अलर्ट किया है और सरपंचों को भी मुनादी करवाने के लिए कहा है।
कुछ वन्य जीव प्रेमियों द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए पर्चे भी बांटे जा रहे हैं।