बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 7 नवंबर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का समुचित लाभ दिलाने के उद्देश्य से प्रतिमाह श्रमिकों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ रोजगार दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में 7 नवंबर को वाड्रफनगर के 64 ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस का आयोजन किया गया।
रोजगार दिवस के दौरान मनरेगा के तकनीकी सहायक, बीएफटी, ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत सचिव, मेट, सरपंच एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा कार्यस्थल पर श्रमिकों के साथ मनरेगा अंतर्गत जॉब कार्ड बनवाने, रोजगार की मांग एवं रोजगार प्राप्ति के 15 दिवस के भीतर भुगतान प्राप्त करने के संबंध में जानकारी दी गई।
कलेक्टर कुंदन कुमार के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव के नेतृत्व में पंडो/पहाड़ी कोरवा परिवारों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य शिविर में लाभान्वित करने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराये जाने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है तथा छूटे हुए परिवारों का मनरेगा जॉब कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड बनाने तथा बैंक खाता खुलवाने का अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। रोजगार दिवस के माध्यम से विशेष रुप से पंडो/कोरवा श्रमिकों को केंद्रित कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है।
जनपद पंचायत वाड्रफनगर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वेद प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि रोजगार दिवस का आयोजन प्रतिमाह की भांति 7 नवंबर को भी 64 ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस आयोजित कर श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। वर्तमान में जनपद पंचायत वाड्रफनगर में कुल 22 हज़ार 272 सक्रिय पंजीकृत जॉबकार्डधारी तथा 43 हजार 916 सक्रिय पंजीकृत श्रमिक हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 12 हजार 23 जॉबकार्डधारियों को 20 हजार 961 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है तथा 4 लाख 21 हजार 152 मानव दिवस सृजन किये गए हैं। साथ ही 372 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है तथा सभी 95 ग्राम पंचायतों में पर्याप्त श्रममूलक कार्य स्वीकृत हैं, जिसमें अधिक से अधिक पंजीकृत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। समय पर श्रमिकों का मजदूरी भुगतान भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने समस्त मनरेगा श्रमिकों से अधिक से अधिक कार्य मांग करने और स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त करने की अपील की है।