राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 नवंबर। खैरागढ़ विधायक स्व. देवव्रत सिंह के निधन के पश्चात तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश सरकार के वन मंत्री मोहम्मद अकबर और प्रभारी मंत्री अमरजीत सिंह भगत समेत कांग्रेस और गैर कांग्रेसी नेता पहुंचे। खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेसे में स्व. सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए दूर-दराज से लोग भी पहुंचे।
श्री सिंह की राजनीतिक पहचान समूचे देश में थी। उनका पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से पारिवारिक नाता रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह भी पहुंचे। लक्ष्मण सिंह का खैरागढ़ राजपरिवार में ससुराल है। दिग्विजय सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करते देवव्रत सिंह को राष्ट्रीय राजनीति का एक सितारा बताया।
उन्होंने कहा कि देवव्रत की क्षमता से हर कोई वाकिफ था। उनके निधन से एक चमकते हुए सूर्य अस्त हो गया। उन्होंने देवव्रत सिंह के साथ बिताए पलों को याद करते कहा कि वह सियासत की गहरी समझ रखते थे। यही कारण था कि वह कम उम्र में ही मंझे हुए राजनीतिज्ञ हो गए थे। उनकी गिनती काबिल राजनेताओं में होती रही। इससे पहले उनके निवास में बड़े पैमाने पर लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए देवव्रत के जीवनकाल से जुड़े तथ्यों को याद किया। प्रभारी मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने भी उनके तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करने पहुंचे। इस दौरान पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, जितेन्द्र मुदलियार, संसदीय सचिव कुंवर निषाद, पूर्व महापौर सुदेश देशमुख, पदम कोठारी समेत कई बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
रेणु और अमित भी रहे मौजूद
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी और उनके सुपुत्र अमित जोगी ने भी देवव्रत सिंह को याद करते हुए अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी। तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान श्रीमती जोगी ने देवव्रत सिंह की कार्यशैली को काफी सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस के सदस्य रहते देवव्रत ने अपने व्यक्तित्व से राजनीति में मजबूत पैठ बनाई। अमित जोगी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते देवव्रत सिंह के असामायिक निधन को जोगी परिवार के लिए गहरा क्षति बताया।