बालोद
ज्ञापन सौंपा, बंद रखने की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 18 नवंबर। एक ओर प्रधानमंत्री पोषण पोषण योजना अर्थात मध्यान्ह भोजन को नए बदलाव के साथ शुरू करने की तैयारी चल रही है तो दूसरी ओर इस कार्य में संलग्न स्व सहायता समूह की महिलाओं को बीते पांच माह से स्कूल में भोजन परोसने व खाद्यान्न वितरण के एवज में दी जाने वाली राशि का भुगतान शासन द्वारा नहीं किया जा सका है। इसके चलते स्वयं सहायता समूह की महिलाएं परेशान हो गई हैं।
इस संबंध में रश्मि वर्मा, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी, बालोद का कहना है कि पोर्टल पर काम चल रहा है उसमे भुगतान की व्यवस्था है। जैसे ही पोर्टल का काम पूरा होगा स्व सहायता समूहों को राशि दे दी जाएगी।
ज्ञात हो कि सप्ताह भर पूर्व समूह की महिलाओं ने अल्टीमेटम दिया था कि एक सप्ताह में पैसा नहीं दिया गया तो मध्यान्ह भोजन का संचालन बंद कर दिया जाएगा। जिसके बाद बुधवार को बड़ी संख्या में समूह की महिलाएं जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय पहुंचीं। जहां उन्होंने जिला अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने शासन से जल्द से जल्द राशि दिलाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान सुरेंद्र देवांगन, राम लाल, अंकलहिंन बाई, हेमलता, किरण साहू, यशोदा साहू, गोदावरी बाई, रहिमत बाई, पार्वती बाई, ईश्वरी बाई, अंजनी साहू, धनई बाई सहित बड़ी संख्या में स्व सहायता समूह के सदस्य शामिल थे।
पोषण स्तर में सुधार लाने मध्यान्ह भोजन योजना
मध्यान्ह भोजन योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके अंतर्गत पूरे देश के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को दोपहर का भोजन नि:शुल्क प्रदान किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के पोषण स्तर को उन्नत करना है। साथ ही सरकार इस योजना को बच्चों के शैक्षिक स्तर के साथ साथ शारीरिक और मानसिक स्तर को सुदृढ़ करना है। इसके तहत स्कूल में ही गर्म भोजन तैयार करके दिया जाता है।
पांच माह से नहीं मिली राशि, बढ़ी परेशानी
हर महीने भोजन वितरण के बाद हर महीने स्व सहायता समूह की महिलाओं को राशि का का भुगतान कर दिया जाता है, लेकिन बीते पांच माह से राशि का भुगतान नहीं होने से महिलाएं काफी परेशान हो गई हैं। शासन से पैसा मिलने की बात कहकर उन्होंने राशन दुकानों से उधारी में सामान लेकर स्कूलों में मध्यान भोजन तैयार किया और खाद्यान्न का वितरण भी किया। अब दुकानदार पैसे की मांग कर रहे हैं। इससे स्व सहायता समूह की परेशानी काफी बढ़ गई है।
राशि मिलने तक नहीं बनाएंगे भोजन
पिछले पांच महीने से मध्याह्न भोजन की राशि नहीं भेजी गई। जिला राज्य पर राशि भेजने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है। राशि नहीं मिलने से संचालन करने वाली समूह की महिलाएं परेशान हैं। आक्रोशित महिलाओं का कहना है राशि मिलने तक मध्यान भोजन बंद रखेंगे और किसी और को भोजन तैयार करने देंगे।
नए बदलाव के तहत मिड डे मील शुरू करने की तैयारी
जानकारी के मुताबिक नए बदलाव के तहत मिड डे मील योजना को शुरू किया जाना है। मध्यान भोजन की सभी सामग्री की खरीद कैशलेस होगी। राशि का भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा। मध्यान भोजन का नाम में भी परिवर्तन किया गया है। प्रधानमंत्री पोषण पोषण योजना के अंतर्गत बच्चों को मध्यान्ह भोजन दी जाएगी। इस योजना के तहत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मुहैया कराना है।
ब्लाक संकुल संचालनकर्ता कुल शाला
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