गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 19 नवंबर। बाल दिवस के अवसर पर विगत 15 एवं 16 नवम्बर को जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा जिले के चिन्हाकिंत 13 स्कूलों क्रमश: शासकीय हाईस्कूल लचकेरा, शासकीय पूर्व मा.शा. गुण्डरदेही, शासकीय प्राथमिक शाला दुतकईया, शासकीय प्राथमिक शाला रक्शा. शासकीय पूर्व मा.शाला वरभाठा (फिंगेश्वर विकासखण्ड), शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल पक्तियां, शासकीय प्राथमिक शाला बोईरगांव, गरियाबंद विकासखण्ड के- शासकीय हाईस्कूल लिटीपारा, शासकीय पूर्व मा.शा.डुमरबाहरा (छुरा विकासखण्ड), शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला गरहाडीह, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला-कोकड़ी (मैनपुर विकासखण्ड), शासकीय हाईस्कूल गिरसूल, शासकीय पूर्व मा.शाला घोघर (देवभोग विकासखण्ड) में कुर्सी दौड़, नीबू/बांटी दौड़ जलेबी दौड़ एवं मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता तथा बाल संरक्षण के विषय पर जन जागरूकता कार्यकम का आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बालक/बालिकाओं को पुरस्कृत भी किया गया।
उक्त आयोजन में किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं आर्दश नियम 2016 के विषयों पर बच्चों को जागरूक करते हुये बच्चों के अधिकार, गुङ-टच, बेड़-टच, बाल विवाह, बालश्रम, नशा मुक्ति, कन्या भ्रुण हत्या. कोविङ-19 के संक्रमण से बचाय, मानव तस्करी, बच्चों के अवैध प्रवास, एवं चाईल्ड हेल्पलाईन नम्बर 1098 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उक्त आयोजन में जिला कार्यकम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग जगरानी एक्का, जिला बाल संरक्षण अधिकारी जिला बाल संरक्षण इकाई अनिल द्विवेदी, संरक्षण अधिकारी (संस्थागत देखरेख) फणीन्द्र कुमार जायसवाल, (विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी) शरदचंद निषाद, संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थागत देखरेख) शैलेन्द्र नागदेवे, प्रेमशंकर यादव (परामर्शदाता), प्रदीप जगताप (लेखापाल), पुष्कर सिंह साहू (डेटा एनालिस्ट), गोपाल सिंह कंवर (सामाजिक कार्यकर्ता), हेमलता नाविक, स्नेहलता शुक्ला एवं यशवंत धु्रव, (ऑउटरीचवर्कर) का योगदान रहा।