जान्जगीर-चाम्पा

एसडीएम-स्कूली बच्चों के बीच खुली चर्चा
19-Nov-2021 5:56 PM
एसडीएम-स्कूली बच्चों के बीच खुली चर्चा

बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 19 नवंबर।
आप कितने घंटे पढ़ते हैं। यह मायने नहीं रखता आप उस दौरान कितने मिनट एकाग्र चित्त होकर पढ़ाते हैं, यह महत्वपूर्ण है। उक्त बातें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती रेना जमील ने कराओके क्लब सक्ती के द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में आयोजित बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों के सवाल का जवाब देते हुए कही।

 उन्होंने कक्षा 12वीं के छात्र आशुतोष साहू के  सवाल कि आप समय को कैसे मैनेज करते हैं का जवाब देते हुए कहा कि पूरा समय मैनेज करना चाहिए और हमेशा एक्जाम माइंड में होना चाहिए कितना समझ रहे हैं। यह मुख्य बातें हैं।

उन्होंने अपनी अन्य बातें शेयर करते हुए कहा कि कक्षा दसवीं में 55 प्रतिशत अंक आने का कारण मैं पूरे समय पढ़ाई नहीं की, कम समय में ही मैंने पढ़ाई की थी। उन्होंने आगे कहा कि मेरे लिए छत्तीसगढ़ नया है। मुझे छत्तीसगढ़ बहुत अच्छा लगा।  उन्होंने सक्ती में खेलकूद के वातावरण के संबंध में स्कूली बच्चों को बताते हुए कहा कि सक्ती के आसपास खेलकूद के लिए सुरक्षित स्थान होना चाहिए केवल एक स्टेडियम है जिसमें बदलाव करना जरूरी है।  

कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस तस्लीम आरिफ  तहसीलदार शिवकुमार डनसेना इसके साथ साथ वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा व्यापारी के रूप में शरद केडिया बाराद्वार  अधिवक्ता के रूप में पं.  दिगंबर प्रसाद चौबे चितरंजय पटेल जनप्रतिनिधि के रूप में रामअवतार अग्रवाल समाजसेवी एवं प्राचार्य जे एल एन डी महाविद्यालय सक्ती शालू पाहवा सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के व्यवस्थापक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता चितरंजय पटेल भागवत कथा आचार्य राजेंद्र शर्मा महिला कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री अलका जायसवाल सती शिशु मंदिर विद्यालय के पूर्व व्यवस्थापक मांगेराम अग्रवाल विशेष रुप से उपस्थित थे।

इस दौरान कार्यक्रम में शासकीय एवं निजी स्कूलों के लगभग 150 छात्र-छात्राएं बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लेकर इस तरह के प्रथम बौद्धिक चर्चा परिचर्चा के ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बने इस दौरान छात्र अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रेना जमील एवं अन्य अधिकारी व्यापारी पत्रकार अधिवक्ता समाजसेवी से कैरियर से संबंधित एवं अपने लक्ष्य प्राप्ति को लेकर लंबी परिचर्चा की।

बाल दिवस के अवसर पर बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में कराओके क्लब के सदस्य पवन पांडेय हरीश दुबे विक्रम सिंह राज मनोज सरकार  निरंजन यादव विनोद राठौर  रवि यादव ज्ञान महंत राजेंद्र बेहरा लक्ष्मीनारायण क्षत्री वासु चौबे रामप्रकाश जाफरी  टिंकू देवांगन  अजय कटकवार सीताराम चौहान  संतोष अनंत राजेंद्र  श्याम अवतार साहू मीना मरावी शांति राठिया रानी दुबे ने कार्यक्रम को सफल बनाने अपना योगदान दिया।

प्रतीक चिन्ह देकर किया अतिथियों को सम्मानित
कराओके क्लब सक्ती के द्वारा आयोजित बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में जहां सर्वप्रथम मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया उसके पश्चात अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के व्यवस्थापक चितरंजय पटेल ने स्वागत भाषण में एसडीएम रेना जमील के व्यक्तित्व एवं उनके उपलब्धि पर प्रकाश डाला कार्यक्रम में ग्रामीण अंचल ग्राम पंचायत हरदा निवासी राजकुमार यादव पेंटर के द्वारा एस डी एम रेना जमील तत्कालीन एसडीओपी शोभराज अग्रवाल नगर निरीक्षक रूपक शर्मा तहसीलदार एस के डनसेना का नगर में मार्च पास्ट के दौरान का जीवंत चित्र बनाया गया था जिसे कराओके क्लब के सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथि एसडीएम आईएएस रेना जमील को भेंट की गई जिसकी पूरे कार्यक्रम के दौरान प्रशंसा की गई।

कराओके क्लब सक्ती के द्वारा आयोजित बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस तस्लीम आरिफ ने कहा कि मोबाइल का सही उपयोग कैसे किया जाए। इस पर ध्यान देना चाहिए उन्होंने कहा कि बच्चों में भूलने की बीमारी ज्यादा होती है इसलिए रिवीजन किया जाना चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि एकाग्रता ही सफलता के लिए सबसे बड़ा साधन है। साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को लक्ष्य बनाकर चलना चाहिए उन्होंने कहा कि आप किसी भी क्षेत्र में जाएं आपको कंपटीशन के बिना कुछ हासिल नहीं हो सकता कार्यक्रम में सफल व्यवसाई एवं विद्या भूमि स्कूल बाराद्वार के संचालक शरद केडिया ने कहा कि जहां बच्चे पुलिस से डरते हैं वहीं दूसरी ओर बच्चे पुलिस को अपना रोल मॉडल भी मानते हैं।

उन्होंने सफलता के लिए समय के प्रबंधन को जरूरी बताया उन्होंने कहां ज्यादा नोट्स  बनाना जरूरी नहीं कार्यक्रम में तहसीलदार एस के डनसेना ने कहा कि जिस तरह घने घास पर लगातार एक ही स्थान पर चलते रहने से वहां अलग से निशान बन जाता है। उसी तरह अध्ययन भी हमें इसी अंदाज में करना चाहिए बार-बार अध्ययन करने से हमें विषय की जानकारी गहराई से हो जाती है। कार्यक्रम में उपस्थित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय की प्राचार्य एवं समाजसेवी शालू पाहवा ने कहा कि पढ़ाई का प्रेशर नहीं होना चाहिए, उनमें प्रतिशत का प्रेशर भी नहीं होना चाहिए उन्होंने बकप बड़ी सोच कड़ी मेहनत पक्का इरादा के रूप में सूत्र बच्चों को बताते हुए कहा कि हमेशा सोच बड़ी रखनी चाहिए एवं कड़ी मेहनत करते हुए पक्के इरादे के साथ किसी भी क्षेत्र में आगे बढऩा चाहिए महिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता सुश्री अलका जायसवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम में छात्राओं में अधिक जिज्ञासा देखने को मिली उन्होंने कहा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आईएएस रेना जमील को महिला अधिकारी के रूप में अपने बीच पाकर सभी छात्राएं उत्साहित दिखाई थी साथ ही उन्होंने कराओके क्लब के इस आयोजन की प्रशंसा की और ऐसे कार्यक्रम भविष्य में किए जाने चाहिए संबंधी बातें कहीं वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा ने सभी के सवालों का जवाब देकर अतिथियों की प्रशंसा की।
 

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