कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 19 नवंबर। तहसील क्षेत्र के मध्य प्रदेश की सीमा से लगे हुए ग्राम पंचायत चिल्फी घाटी में बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा धूमधाम से मनाया गया।
गांव भर की गलियों में डीजे की धुन में शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में छोटे बड़े सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हुए। सफेद पोशाक में झंडा लेकर गांव के मानिकपुरी समाज के सियाने व युवक युवतियां बच्चे कबीर साहब के भजन को गाते हुए लोगों के साथ में ग्राम भ्रमण किया।
चिल्फी घाटी के महंत अमृत दास महानंद ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा पर्व चिल्फी घाटी में मनाने की परंपरा 50 साल से अधिक की हो गई है। उनके जन्म से पहले से गांव में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कबीर चबूतरा में चौका आरती कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा पर विशेष रूप से धनी धर्मदास के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि संत 1452 में धनी धर्मदास रीवा संभाग के बांधवगढ़ में अवतरित हुए थे। हमारे कबीर पंथ समाज के द्वारा कार्तिक पूर्णिमा कबीर पंथ समाज के सबसे बड़े गुरु वंश परम्परा के अनुसार गुरु धर्म दास माने जाते हैं। उन्हीं के अवतरण दिवस के अवसर पर कबीरपंथीयों व मानिकपुरी पनिका समाज के द्वारा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
इसी कड़ी में परंपरागत रूप से चिल्फी घाटी में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिनमें सबसे पहले गुरु महिमा के पाठ के पश्चात शोभायात्रा निकाला गया। उसके बाद चौका आरती का कार्यक्रम किया जाएगा, तत्पश्चात भोजनप्रसादी वितरण के बाद अलग-अलग क्षेत्रों से आए भजन मंडली टीम के द्वारा देर रात तक भजन मंडली का कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में महंत अमृत दास महानंद दिलबोधदास सियान छेदूदास सरपंच संतोष दास दीवान श्यामदास सुंदर पनरिया गउ दास बघेल बहादुर दास बघेल जीवन दास मानिकपुरी रामबदन मागरे टिल्लू टांडिया प्रेमसारवे राजेश बघेल रूपनारायण बीरबलसार्वे जागेश दास संजय दास राजेश प्रकाश मानिकपुरी। विनेश धारवैया विनोद मुकेश आदि उपस्थित रहे।