बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 21 नवंबर। कार्तिक माह भर कहीं सप्ताह भर तो कहीं 15 दिनों तक शिव-पार्वती विवाह उत्सव को मनाने की परंपरा है, जिसमें गांव के किसी चौक-चौराहों में महिला पुरुष सामूहिक उत्सव को मनाते हैं, जिसमें मण्डपाच्छादन से लेकर वैवाहिक रीतियों को अक्षरश: सम्पन्न किया जाता है, जिसमें प्रमुख रूप से देवउठनी एकादशी एवं कार्तिक पूर्णिमा को बारात शोभायात्रा के साथ दूसरे दिन मूर्ति विसर्जन कर उत्सव सम्पन्न किया जाता है।
कसडोल नगर में भी प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महामाया चौक हमाल चौक इंदिरा कालोनी बगदेवी चौक आदि में भगवान शिव पार्वती विवाह उत्सव को धूमधाम से मनाया गया। अंतिम उत्सव में कार्तिक पूर्णिमा को बगदेवी चौक से कार्तिक पूर्णिमा की रात को बारात शोभा यात्रा निकाली गई, जो नगर के मुख्य गलियों से गाजे बाजे गोत गोविंद के साथ भगवान शिव पार्वती की मूर्ति को आयोजन स्थल पर स्थापित कर पूरे रात भर टिकावन के साथ रतजगा कर उत्सव मनाया गया। जिसे 20 नवंबर की शाम गतवा तालाब में विसर्जन किया गया।